गूगल समर्थित डिलिवरी और ई-कॉमर्स कंपनी डंजो ने वित्त वर्ष 2021 में मौजूदा महामारी के दौरान जरूरी सेवाएं मुहैया कराकर अपना राजस्व करीब 1.6 गुना बढ़ाया। डंजो को नुकसान में 43 प्रतिशत तक की कमी लाने और भारतीय बाजार में क्यू-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के तौर पर अपना दबदबा मजबूत बनाने में भी मदद मिली है। डंजो ने वित्त वर्ष 2021 में अपनी जीएमवी (सकल व्यावसायिक वैल्यू) में करीब 65 प्रतिशत तक का इजाफा किया और उसके 90 प्रतिशत से ज्यादा उपयोगकर्ताओं ने पिछले साल के दौरान प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल किया। यह भारतीय उपभोक्ताओं के व्यवहार में आए बदलाव पर केंद्रित है। वे दैनिक उत्पादों की बड़ी, मासिक खरीदारी के बजाय ज्यादा बार और छोटे आकार की खरीदारी पर जोर दे रहे हैं।
डंजो के मुख्य कार्याधिकारी एवं सह-संस्थापक कबीर बिस्वास ने कहा, ‘हमें विश्वास है कि प्रतिस्पर्धी दबाव बढ़ेगा, लेकिन इस श्रेणी को गठन करने वाली टीम के नाते हमें अपने उपयोगकर्ताओं की ओर से नवाचार को बढ़ावा देने में मदद मिली है। हम भविष्य में भी अपने उपभोक्ताओं के लिए नवाचार पर ध्यान बनाए रखेंगे।’ डंजो विज्ञापन और विपणन खर्च में सालाना आधार पर 86 प्रतिशत की कमी लाने में सफल रही है। परिचालन खर्च में कमी के साथ, डंजो परिचालन दक्षता प्रदर्शित कर रही है और उसने वित्त वर्ष 2021 में कुल खर्च में 35 प्रतिशत तक की कमी की।
वित्त वर्ष 2022 में अपनी वृद्घि की रफ्तार बरकरार रखते हुए, डंजो को अपने क्विक कॉमर्स सेगमेंट से बड़ी मदद मिलने की संभावना है। पिछली तिमाही में डंजो ने तिमाही दर तिमाही आधार पर करीब दोगुना वृद्घि दर्ज की। रेडसीर की उद्योग रिपोर्ट के अनुसार, क्विक कॉमर्स के लिए बाजार वर्ष 2025 तक 75 अरब डॉलर से ज्यादा पर पहुंच जाने की संभावना है, जिससे डंजो के लिए अरबों डॉलर के अवसर पैदा होंगे।
आगामी सप्ताहों में, डंजो देश में अपने 700 स्थानों पर 300 से ज्यादा माइक्रो फुलफिलमेंट सेंटर लगाएगी, जिससे 19 मिनट में डिलिवरी में आसानी होगी। प्रमुख 2,000 एसकेयू (स्टॉक-कीपिंग यूनिट) के साथ अपनी डंजो डेली पेशकश का विस्तार कर डंजो अपनी सेवाएं अगले 18 महीनों में भारत के प्रमुख 20 शहरों तक बढ़ाएगी।