वैश्विक महामारी की वजह से खेल प्रतियोगिता के बीच अभूतपूर्व विराम के बाद इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) दोबारा शुरू हो गया है और ड्रीम 11 फिर से सक्रिय हो गई है। मई में क्रिकेट रुक गया था और ड्रीम 11 की योजना तैयार नहीं हुई थी। ड्रीम स्पोर्ट्स और ड्रीम 11 के मुख्य परिचालन अधिकारी और सह-संस्थापक भावित सेठ ने कहा, ‘हमारी कई समय सीमा टूर्नामेंट से प्रेरित है, इसलिए हम आकलन करते हैं और उसी के अनुसार योजना बनाते हैं।’ उन्होंने कहा ‘हम तिमाही और छमाही की योजना बनाते हैं। मुख्य तौर पर, एक बार यह आईपीएल निपट जाए, फिर अगले सीजन की योजना तुरंत शुरू हो जाएगी।’
विशिष्ट विश्लेषण चलाने से लेकर एक साथ 55 लाख उपयोगकर्ताओं के लिए लोड-टेस्टिंग करने तक ड्रीम 11 क्रिकेट को काफी गंभीरता से लेती है। 10 करोड़ से अधिक के उपयोगकर्ता आधार और 55 लाख से अधिक की उपयोगकर्ता समरूपता के साथ इस प्लेटफॉर्म के पास एक दमदार बैकएंड विश्लेषण का प्लेटफॉर्म है, जिसका ज्यादातर हिस्सा इन-हाउस बना हुआ है।
ड्रीम 11 के पास विश्लेषण, डेटा साइंस और डेटा इंजीनियरिंग टीम है और आने वाले महीनों में यह और अधिक लोगों को नियुक्त करेगी। सेठ ने कहा ‘संगठन स्तर (ड्रीम स्पोर्ट्स) पर हम अगले 15 महीनों में करीब 250 और स्पोर्टन (ड्रीम स्पोर्ट्स के कर्मचारी) नियुक्त करेंगे। उनमें से 80 प्रतिशत प्रौद्योगिकी, उत्पाद, और डिजाइन, जिसमें फ्रंट और बैक-एंड टीम शामिल हैं तथा क्लाउड सुरक्षा में मुख्य भूमिकाओं में होंगे। बाकी 20 प्रतिशत मानव संसाधन, वित्त, कानूनी, विपणन जैसे अन्य कार्यों के लिए होंगे।’
ड्रीम 11 को वर्ष 2008 में शुरू किया गया था। यह वही साल था, जब आईपीएल का उद्घाटन संस्करण आयोजित किया गया था। इसमें लगभग 550 कर्मचारी हैं, जिनमें से करीब 300 उत्पाद डिजाइन में लगे हुए हैं। ड्रीम स्पोर्ट्स में लगभग 750 कर्मचारी हैं।
खास भूमिकाओं के लिए प्रतिभा की कमी को ध्यान में रखकर सेठ ने कहा कि फर्म लोगों को टीम में शामिल करने के लिए ज्यादा वक्त लेना चाहती है। फर्म ड्रीम 11 और ड्रीम स्पोर्ट्स के लिए देश के शीर्ष संस्थानों से नए लोगों को भी नियुक्त कर रही है तथा टीम में और अधिक युवा प्रतिभाओं को लिए जाने की उम्मीद है।
सेठ ने कहा कि पिछले दो से तीन सालों में पहले ही दिन प्रत्येक आईपीएल के बरबाद होने (अधिक ट्रैफिक की वजह से) का मतलब बड़ी राजस्व हानि हुआ करता था, फिर भले ही वह कुछ देर का ही डाउन टाइम क्यों न हो। इस संबंध में हम बेहतर हो गए हैं।
