भारतीय आईटी सेवा उद्योग ने पिछली तीन-चार तिमाहियों से महामारी की वजह से क्लाउड और डिजिटल संबंधित बदलाव की सवारी की है, लेकिन वित्त वर्ष 2022 की पहली तिमाही के आंकड़े शीर्ष-4 आईटी सेवा कंपनियों के लिए अलग अलग कहानी बयां कर रहे हैं।
यदि आप संपूर्ण आंकड़ों पर नजर डालें तो पता चलता है कि विप्रो इन कंपनियों में दबदबा बनाए हुए है, क्योंकि कैपको के अधिग्रहण से उसकी वृद्घि को मदद मिली है। विप्रो में कैपको को अलग रखकर बात की जाए तो इन्फोसिस ने पहली तिमाही के प्रदर्शन में दबदबा कायम रखा। बिजनेस स्टैंडर्ड की बातचीत में शामिल विश्लेषकों ने भी इन्फोसिस को पसंद किया। इन्फोसिस को न सिर्फ लगातार वृद्घि दर्ज करने के लिए बल्कि अपने वित्त वर्ष 2022 के अनुमानों में संशोधन करने और राजस्व वृद्घि के संदर्भ में टीसएस को मात देने के लिए भी सराहा गया है।
पहली तिमाही में, टीसीएस की तिमाही आधार पर डॉलर राजस्व वृद्घि 2.4 प्रतिशत पर रही, जो बाजार के लिए निराशाजनक रही, खासकर तब, जब बात इन्फोसिस के 4.8 प्रतिशत के तिमाही आंकड़ों की तुलना में की जाए। टीसीएस का पहली तिमाही का प्रदर्शन उसके भारतीय व्यवसाय से प्रभावित हुआ था। भारतीय व्यवसाय में तिमाही दर तिमाही आधार पर भी करीब 14 प्रतिशत की कमजोरी आई।
भारतीय व्यवसाय पर प्रभाव कंपनी की रणनीति पर भी आधारित है, जो उसके अन्य प्रतिस्पर्धियों से अलग है। प्रतिस्पर्धियों की तुलना में भारत में टीसीएस की अधिकतम उपस्थिति है। पहली तिमाही में उसके राजस्व में भारत का योगदान 4.3 प्रतिशत रहा, वहीं इन्फोसिस के लिए यह 3 प्रतिशत। हालांकि विप्रो और एचसीएल टेक्नोलॉजीज ने भारतीय राजस्व से संबंधित अपने आंकड़े अभी जारी नहीं किए हैं।
आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज के सुधीर गुंटूपल्ली और हार्दिक संगानी ने टीसीएस के वित्तीय आंकड़ों के बाद अपनी रिपोर्ट में कहा है, ‘भारतीय व्यवसाय (मार्च 2021 में राजस्व का 5.6 प्रतिशत, तिमाही आधार पर 14 प्रतिशत की गिरावट) पर कोविड की दूसरी लहर के प्रभाव को समायोजित करने के बाद भी, वित्त वर्ष 2022 की पहली तिमाही में टीसीएस की वृद्घि तिमाही आधार पर करीब 3.1 प्रतिशत रही। ध्यान देने की बात यह है कि यह जून में उसकी कोविड-पूर्व 5 वर्षीय औसत वृद्घि के मुकाबले कमजोर है। जून को अपेक्षाकृत मजबूत तिमाही माना जाता है। इससे इस क्षेत्र पर हमारे प्रमुख तर्क को और ज्यादा मजबूती मिली है, यानी जब न्यून आधार कमजोर होगा, वृद्घि कोविड-पूर्व दीर्घावधि औसत के अनुरूप होगी। यूरोप वृद्घि के लिहाज से मुख्य गतिरोध बना हुआ है।’
इसी तरह, एचसीएल टेक्नोलॉजीज के मामले में, कंपनी ने सबसे कम डॉलर राजस्व वृद्घि दर्ज की, जो 0.7 प्रतिशत की तिमाही वृद्घि है। कंपनी ने इसके लिए यूरोप और उसके आईटी सेवा सेगमेंट में नरमी, और उत्पादन एवं प्लेटफॉर्म वर्टिकल में गिरावट को जिम्मेदार करार दिया है।
