एयर कंडीशनिंग क्षेत्र की दिग्गज जापानी कंपनी डाइकिन ने भारत में उत्पादन से जुड़े प्रोत्साहन (पीएलआई) की योजना के तहत नया कारखाना लगाने के वास्ते जमीन खरीद ली है। पीएलआई योजना के तहत ऐसा करने वाली वह पहली कंपनी बन गई है। डाइकिन की भारतीय इकाई डाइकिन इंडिया ने आंध्र प्रदेश के श्री सिटी में आज 75 एकड़ जमीन खरीदने का सौदा किया। कंपनी इस जगह एयर कंडीशनर (एसी) का बड़ा कारखाना लगाएगी, जिसे चरणबद्घ तरीके से पूरा किया जाएगा।
शुरुआती अनुमान के मुताबिक डाइकिन पहले चरण में संयंत्र पर करीब 1,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। पूरी तरह तैयार होने के बाद संयंत्र में साल में 15 लाख एसी बन सकेंगे। कंपनी के मुताबिक यह परियोजना उसकी योजना के अनुरूप है तौर एसी विनिर्माण के लिए पीएलआई योजना के अंतर्गत आएगी। कंपनी पीएलआई के तहत लाभ लेने के लिए पहले ही आवेदन कर चुकी है।
कारखाने में एसी के साथ उसमें इस्तेमाल होने वाले अहम कलपुर्जे बनाने की भी कंपनी की योजना है क्योंकि सरकार स्थानीय स्तर पर कलपुर्जा उत्पादन पर बहुत जोर दे रही है। अभी भारत में एसी बनाने में इस्तेमाल होने वाले 75 फीसदी कलपुर्जे (कीमत के हिसाब से) चीन, ताइवान और वियतनाम से आते हैं।
डाइकिन के भारत में पहले से ही दो कारखाने चल रहे हैं। तीसरा चालू होने के बाद कंपनी यहां से एसी निर्यात करेगी। अन्य बड़े उपकरणों के मुकाबले एसी की उपलब्धता भारत में कम है। केवल 5-6 फीसदी परिवारों के पास ही एसी हैं। इसलिए पिछले कुछ साल में (2020 को छोड़कर) एसी की मांग में दो अंकों की वृद्घि देखी गई है।
डाइकिन इंडिया के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक कंवलजीत जावा ने कहा, ‘एसी की श्रेणी के लिए हमारी रणनीति उन बाजारों पर ध्यान देने की है, जहां वृद्घि तेजी से हो रही है। अपने एयर कंडीशनर, एयर फिल्टरेशन और रेफ्रिजेरेटर पोर्टफोलियो को बढ़ाने की डाइकिन की स्पष्ट रणनीति है और इसके लिए भारत को विकास का केंद्र माना गया है। हम मानते हैं कि भारत में हमारे विदेशी निर्यात का शोध एवं विकास केंद्र बनने की क्षमता है। हमें यकीन है कि यह दक्षिण अमेरिका, पश्चिम एशिया और अफ्रीका जैसे बाजारों के लिए क्षेत्रीय केंद्र बन सकता है।’
