जापान की तीसरी बड़ी दवा निर्माता कंपनी दायची सांक्यो ने रैनबैक्सी लैबोरेटरीज लिमिटेड में 20 फीसदी हिस्सेदारी खरीद ली है।
दायची भारतीय दवा कंपनी में सबसे बड़ी हिस्सेदारी खरीदने के लिए पहले ही करार कर चुकी है, जिसके तहत उसे कुल 200.90 अरब रुपये चुकाने होंगे। दायची ने शुक्रवार को एक बयान जारी कर कहा कि उसने पहले चरण में रैनबैक्सी के 9.25 करोड़ (20 फीसदी) शेयर खरीद लिए हैं। इसके लिए कंपनी ने 68.19 अरब रुपये चुकाए हैं।
भारतीय रिजर्व बैंक रैनबैक्सी में कम से कम 50.1 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने की दायची की पेशकश पर पहले ही हरी झंडी दिखा चुका है। दायची के एक प्रवक्ता ने बताया कि कंपनी इस वर्ष के अंत तक रैनबैक्सी के अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी कर लेगी।
दायची सांक्यो के मुख्य कार्यकारी तकाशी शोदा ने इस वर्ष जून में ही रैनबैक्सी को खरीदने की घोषणा की थी। कंपनी रैनबैक्सी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मालविंदर सिंह और उनके परिवार के पास मौजूद 34.8 फीसदी शेयरों को 10,000 करोड़ रुपये में खरीदेगी। इसके अलावा वह तरजीही शेयर भी खरीदेगी।