एफएमसीजी कंपनी डाबर इंडिया लिमिटेड अब कोका कोला की फैंटा ऐप्पल और पारले एग्रो की एप्पी को टक्कर देने के लिए कमर कस रही है।
डाबर इस महीने के अंत तक एप्पल सॉफ्ट ड्रिंक के बाजार में प्रवेश करने की योजना बना रही है। सूत्रों के मुताबिक डाबर नॉन फिजी यानी बिना झाग के साथ दोनों प्रतिद्वंद्वियों से अलग दिखने की कोशिश में भी लगी हुई है। हालांकि इस बारे में डाबर के अधिकारियों ने कुछ भी स्पष्ट बताने से इनकार कर दिया।
सूत्रों ने बताया कि नया लॉन्च डाबर की मेगा योजना का एक हिस्सा है, जिसके तहत उसकी गैर-कोला सॉफ्ट ड्रिंक बाजार में प्रवेश करने की योजना है। सालाना आधार पर इस क्षेत्र की विकास दर 30 फीसदी के करीब है। वितरकों का कहना है कि मई की शुरूआत में कंपनी के नए उत्पाद रिटेल स्टोरों पर आ जाएंगे।
डाबर ने कृत्रिम और प्राकृतिक फ्रूट जूस बाजार में अपने पोर्टफोलियो का आक्रामक तरीके से विस्तार किया है और यह कंपनी इस बाजार के लगभग 52 फीसदी हिस्से पर काबिज भी हो गई है। हालांकि सादे ब्रेवरेज बाजार में कंपनी कुछ भी नहीं कर पाई है।
सूत्रों का मानना है कि नए लॉन्च के जरिये कंपनी कम कीमत के पेय के जरिए बाजार में अपने पोर्टफोलियो का विस्तार करेगी। कंपनी इस नए उत्पाद के जरिये पेय बाजार में जगह मजबूत करना चाहती है।
डाबर जूस अभी 75 से 85 रुपये प्रति लीटर की कीमत पर उपलब्ध है, जबकि नॉन फिजी ब्रेवरेज की कीमत प्रति लीटर 45 से 50 रुपये है। उम्मीद है कि कंपनी नए लॉन्च से इस कम कीमत वाली श्रेणी में भी शामिल होने में सफल हो जाएगी। गैर कार्बोनेटेड ब्रेवरेज, कार्बोनेटेड वर्ग की तुलना में दोगुनी गति से विकास कर रहा है।
जूस और जूस ड्रिंक का भारतीय बाजार अभी 1500 करोड़ रुपये का है, जबकि कार्बोनेटेड ड्रिंक का बाजार उससे दस गुना बड़ा है। इस बाजार में लाभ की संभावना भी अधिक है। सूत्र बताते हैं कि इसी वजह से डाबर इस बाजार खंड में प्रवेश करने की जी तोड़ कोशिश कर रही है।
