सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज लिमिटेड (सीडीएसएल) की सहायक कंपनी सीडीएसएल वेंचर्स (सीवीएल) ने 10 दिन में दो बार चार करोड़ से अधिक भारतीय निवेशकों का व्यक्तिगत और वित्तीय ब्योरा (डेटा) जाहिर कर दिया। साइबर सुरक्षा सलाहकार स्टार्टअप कंपनी साइबरएक्स9 ने यह खुलासा किया।
सीडीएसएल ने स्पष्ट किया कि सीडीएसएल में सुरक्षा या डेटा लीक होने जैसी कोई समस्या नहीं है। सीडीएसएल भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के समक्ष पंजीकृत डिपॉजिटरी है और सीवीएल केवाईसी पंजीकरण एजेंसी है, जो अलग से सेबी के पास पंजीकृत है।
सीवीएल को उसकी वेबसाइट पर एक चेतावनी मिली थी जिसे बाद में ठीक कर दिया गया है। सीडीएसएल ने कहा कि उसने इस मामले में तुरंत कार्रवाई की है और अब गड़बड़ी को ठीक कर दिया गया है और आगे सुरक्षा
काा पुख्ता करने केलिए सक्रियता से काम किया जाएगा।
साइबरएक्स9 के अनुसार उसने 19 अक्टूबर को सीडीएसएल को इस बारे में सूचना दी थी। इसे ठीक करने में सीवीएल को लगभग सात दिन लगे जबकि इसका तुरंत समाधान किया जा सकता था।
साइबरएक्स9 ने अपने ब्लॉग में बताया कि उजागर डेटा में निवेशकों के नाम, फोन नंबर, ईमेल पता, पैन नंबर, आय श्रेणी, पिता का नाम तथा जन्म तिथि शामिल है।
