Skip to content
  शनिवार 1 अप्रैल 2023
Trending
April 1, 2023नए वित्त वर्ष में खास NFO पेश करने को तैयार हैं फंडApril 1, 2023देसी आईटी कंपनियों की चौथी तिमाही कमजोर रहने के आसारApril 1, 2023कोल इंडिया ने किया 70 करोड़ टन का रिकॉर्ड उत्पादनApril 1, 2023अमेरिका चिप एक्ट से भारत को नुकसान का डर, बताया WTO के प्रावधानों का उल्लंघनApril 1, 2023विदहो​ल्डिंग कर दर में वृद्धि से चिंता, बहुराष्ट्रीय कंपनियों की देसी इकाइयों पर ज्यादा असर नहींApril 1, 2023राजकोषीय घाटा लक्ष्य का 82.8 फीसदी, सरकार ने रखा था 17.55 लाख करोड़ रुपये का लक्ष्यApril 1, 2023CSK Vs GT : IPL 2023 का पहला मुकाबला, गिल के अर्धशतक से टाइटंस ने धोनी की सुपरकिंग्स को पांच विकेट से हरायाApril 1, 2023कारोबार अलग करने की बातचीत से चढ़ा रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयरMarch 31, 2023OYO ने सेबी को नया DRHP सौंपा, घटाया IPO का इश्यू साइजMarch 31, 2023चेन्नई के नागरिकों की पानी की दिक्कत से मिलेगा छुटकारा, वाबैग को मिली 4,400 करोड़ रुपये का जलशोधन ठेका
बिज़नेस स्टैंडर्ड
  • होम
  • बजट 2023
  • अर्थव्यवस्था
  • बाजार
    • शेयर बाजार
    • म्युचुअल फंड
    • आईपीओ
    • समाचार
  • कंपनियां
    • स्टार्ट-अप
    • रियल एस्टेट
    • टेलीकॉम
    • तेल-गैस
    • एफएमसीजी
    • उद्योग
    • समाचार
  • पॉलिटिक्स
  • लेख
    • संपादकीय
  • आपका पैसा
  • भारत
    • उत्तर प्रदेश
    • महाराष्ट्र
    • मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़
    • बिहार व झारखण्ड
    • राजस्थान
    • अन्य
  • मल्टीमीडिया
    • वीडियो
  • टेक-ऑटो
  • विविध
    • मनोरंजन
    • ट्रैवल-टूरिज्म
    • शिक्षा
    • स्वास्थ्य
  • अन्य
    • विशेष
    • आज का अखबार
    • ताजा खबरें
    • अंतरराष्ट्रीय
    • वित्त-बीमा
      • फिनटेक
      • बीमा
      • बैंक
      • बॉन्ड
      • समाचार
    • कमोडिटी
    • खेल
    • BS E-Paper
बिज़नेस स्टैंडर्ड
बिज़नेस स्टैंडर्ड
  • होम
  • अर्थव्यवस्था
  • बजट 2023
  • बाजार
    • शेयर बाजार
    • म्युचुअल फंड
    • आईपीओ
    • समाचार
  • कंपनियां
    • स्टार्ट-अप
    • रियल एस्टेट
    • टेलीकॉम
    • तेल-गैस
    • एफएमसीजी
    • उद्योग
    • समाचार
  • पॉलिटिक्स
  • लेख
    • संपादकीय
  • आपका पैसा
  • भारत
    • उत्तर प्रदेश
    • महाराष्ट्र
    • मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़
    • बिहार व झारखण्ड
    • राजस्थान
    • अन्य
  • मल्टीमीडिया
    • वीडियो
  • टेक-ऑटो
  • विशेष
  • विविध
    • मनोरंजन
    • ट्रैवल-टूरिज्म
    • शिक्षा
    • स्वास्थ्य
  • अन्य
  • आज का अखबार
  • ताजा खबरें
  • खेल
  • वित्त-बीमा
    • बैंक
    • बीमा
    • फिनटेक
    • बॉन्ड
  • BS E-Paper
बिज़नेस स्टैंडर्ड
  कंपनियां  कॉर्पोरेट नतीजे : कहीं कड़ी धूप, कहीं ठंडी छांव
कंपनियां

कॉर्पोरेट नतीजे : कहीं कड़ी धूप, कहीं ठंडी छांव

बीएस संवाददाता बीएस संवाददाता —October 30, 2008 9:23 PM IST
FacebookTwitterLinkedInWhatsAppEmail

लागत, महंगाई और मंदी की तिकड़ी ने भारतीय कंपनियों के बहीखातों पर खासा दिलचस्प असर डाला है।


विनिर्माण और सेवा क्षेत्रों में 873 कंपनियों ने अपने नतीजों का ऐलान किया और उनके बहीखातों पर नजर डालें, तो दूसरी तिमाही के दौरान मामला मिला जुला रहा।

इनमें से तकरीबन 50.4 फीसद कंपनियों के वारे न्यारे रहे। या तो उनके शुद्ध मुनाफे में इजाफा हुआ या वे घाटे के दलदल से निकलकर मुनाफे की चिकनी राह पर आ गईं। लेकिन 34.82 फीसद कंपनियों ने मुनाफे में गिरावट दिखाई है और बाकी 14.78 फीसद कंपनियां घाटे में रही हैं (चार्ट देखें)।

कुल मिलाकर इन कंपनियों का प्रदर्शन मायूसी भरा ही रहा और उनके शुद्ध मुनाफे में महज 4.52 फीसद का इजाफा हुआ, जो पिछले वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में हुए 20.77 फीसद के आंकड़े से बहुत कम है। चालू वर्ष की पहली तिमाही के दौरान भी कंपनियों के मुनाफे में 9.95 फीसद की बढ़ोतरी हुई थी।

शुद्ध मुनाफे में धीमी बढ़ोतरी की प्रमुख वजह निर्माण लागत में इजाफा था, जो तकरीबन 36.79 फीसद बढ़ गई जबकि शुद्ध बिक्री में वृद्धि महज 31.74 फीसद ही रही। इसकी वजह से कंपनियों के परिचालन मुनाफे पर असर पड़ा, जिसमें पिछले वित्त जुलाई-सितंबर के मुकाबले 310 आधार अंकों और चालू वर्ष की पहली तिमाही के मुकाबले 143 आधार अंकों की गिरावट दर्ज की गई।

सभी कंपनियों के नतीजे एक साथ लें, तो मार्जिन 15.88 फीसद रहा, जबकि पहली तिमाही में यह 17.31 फीसद था और पिछले वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में यही आंकड़ा 18.99 फीसद रहा था। मार्जिन में कमी कमोडिटी की कीमतों में कमी आने और मुद्रास्फीति पर काबू करने के फेर में मूल्य वृद्धि पर प्रतिबंध लगाने के सरकार के फैसलों की वजह से आई।

इसका सबसे ज्यादा असर सीमेंट, तेल बेचने वाली और इस्पात क्षेत्र की कंपनियों पर पड़ा। मुद्रा में उतार चढ़ाव की वजह से मार्क टु मार्केट घाटे के चलते भी कंपनियों के लिए विदेशी ऋण पर ब्याज की दर में इजाफा हो गया। इतना ही नहीं, कुछ कंपनियों के मुनाफे में कमी निर्यात राजस्व की हेजिंग के कारण भी हुआ। इन कंपनियों ने रुपये की बढ़ती कीमत को देखकर हेजिंग शुरू कर दी, जबकि मार्च 2008 के बाद से रुपये की कीमत में लगातार गिरावट आ रही है।

सर्वेक्षण में शामिल कंपनियों में 401 का प्रदर्शन तिमाही के दौरान शानदार रहा और उन्होंने शुद्ध मुनाफे में अच्छा खासा इजाफा दिखाया। 39 कंपनियां ऐसी भी थीं, जो पिछले वर्ष की दूसरी तिमाही के दौरान घाटे में थीं, लेकिन इस बार उन्होंने भी मुनाफा कमाया।

बाकी 433 कंपनियों का मुनाफा कम हुआ या उन्हें घाटा हुआ। उनकी शुद्ध बिक्री में 25.90 फीसद का इजाफा हुआ, जबकि सर्वेक्षण में शामिल सभी कंपनियों की शुद्ध बिक्री में बढ़ोतरी का आंकड़ा 31.74 फीसद रहा। इन कंपनियों की निर्माण लागत भी 35.59 फीसद बढ़ी, जिससे उनका मार्जिन 638 आधार अंक गिरकर 10.64 फीसद ही रह गया। इसलिए ताज्जुब नहीं है कि खराब प्रदर्शन वाली कंपनियों के शुद्ध मुनाफे में 49.9 फीसद की कमी आ गई।

लाभ वाली कंपनियों का मुनाफा 30.42 फीसद बढ़ा, जो पिछले साल (19.98 फीसद) और पिछली तिमाही (20.18 फीसद) के मुकाबले बहुत ज्यादा है। इन कंपनियों की शुद्ध बिक्री 35.46 फीसद बढ़ी और परिचालन मार्जिन 136 आधार अंक कम हुआ।

जिन 39 कंपनियों ने घाटे से उबरकर मुनाफे की मलाई चखी, उनका शुद्ध मुनाफा 277.22 करोड़ रुपये रहा। पिछली बार दूसरी तिमाही में इन्हीं कंपनियों को कुल 134.24 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था। चालू वर्ष की पहली तिमाही में उनका मुनाफा 212.72 करोड़ रुपये था। इनकी शुद्ध बिक्री 57.31 फीसद बढ़ गई।

क्षेत्रवार देखें, तो वाहन कलपुर्जे, दोपहिया, बीयर और मदिरा, सीमेंट उत्पाद, रसायन, बुनियादी ढांचा, हीरा और आभूषण, बिजली उपकरण के साथ इंजीनियरिंग क्षेत्र की कंपनियों को तगड़ा मुनाफा हुआ। उर्वरक, प्रौद्योगिकी, लौह और अलौह धातुओं, पर्सनल केयर, औषधि, जहाजरानी और इस्पात क्षेत्र की प्रमुख कंपनियों ने भी दूसरी तिमाही में अच्छा मुनाफा कमाया।

corporate results : somewhere hotsomewhere cool
FacebookTwitterLinkedInWhatsAppEmail

संबंधित पोस्ट

  • संबंधित पोस्ट
  • More from author
आईटी

देसी आईटी कंपनियों की चौथी तिमाही कमजोर रहने के आसार

April 1, 2023 12:46 AM IST
आज का अखबार

कोल इंडिया ने किया 70 करोड़ टन का रिकॉर्ड उत्पादन

April 1, 2023 12:10 AM IST
आज का अखबार

विदहो​ल्डिंग कर दर में वृद्धि से चिंता, बहुराष्ट्रीय कंपनियों की देसी इकाइयों पर ज्यादा असर नहीं

April 1, 2023 12:02 AM IST
आज का अखबार

कारोबार अलग करने की बातचीत से चढ़ा रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर

April 1, 2023 12:00 AM IST
अंतरराष्ट्रीय

अजय बंगा का निर्विरोध World Bank अध्यक्ष का अगला अध्यक्ष बनना तय

March 31, 2023 4:56 PM IST
अंतरराष्ट्रीय

Twitter पर छाए Elon Musk, फॉलोवर्स की लिस्ट में बराक ओबामा और जस्टिन बीबर भी छूट गए पीछे

March 31, 2023 4:28 PM IST
अंतरराष्ट्रीय

बीजिंग ने भारत-चीन सीमा पर उकसावे वाले कुछ कदम उठाए: White House

March 31, 2023 10:43 AM IST
अन्य समाचार

51 फीसदी महिलाओं को स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां : GOQii survey

March 30, 2023 11:44 PM IST
अन्य समाचार

दही को कहा दही, साउथ इंडिया बोला.. नहीं

March 30, 2023 11:42 PM IST
अंतरराष्ट्रीय

US visa: चीन से होकर आएगा भारतीयों के लिए अमेरिकी वीजा

March 30, 2023 9:31 PM IST

Trending Topics


  • PhonePe
  • Stocks to Watch
  • Gold Price Today
  • Indore Temple Tragedy
  • COVID-19 Update
  • Rupee vs Dollar
  • Reliance | Jio Financial

सबकी नजर


नए वित्त वर्ष में खास NFO पेश करने को तैयार हैं फंड

April 1, 2023 12:47 AM IST

देसी आईटी कंपनियों की चौथी तिमाही कमजोर रहने के आसार

April 1, 2023 12:46 AM IST

कोल इंडिया ने किया 70 करोड़ टन का रिकॉर्ड उत्पादन

April 1, 2023 12:10 AM IST

अमेरिका चिप एक्ट से भारत को नुकसान का डर, बताया WTO के प्रावधानों का उल्लंघन

April 1, 2023 12:07 AM IST

विदहो​ल्डिंग कर दर में वृद्धि से चिंता, बहुराष्ट्रीय कंपनियों की देसी इकाइयों पर ज्यादा असर नहीं

April 1, 2023 12:02 AM IST

Latest News


  • नए वित्त वर्ष में खास NFO पेश करने को तैयार हैं फंड
    by अभिषेक कुमार
    April 1, 2023
  • देसी आईटी कंपनियों की चौथी तिमाही कमजोर रहने के आसार
    by शिवानी शिंदे
    April 1, 2023
  • कोल इंडिया ने किया 70 करोड़ टन का रिकॉर्ड उत्पादन
    by श्रेया जय
    April 1, 2023
  • अमेरिका चिप एक्ट से भारत को नुकसान का डर, बताया WTO के प्रावधानों का उल्लंघन
    by असित रंजन मिश्र
    April 1, 2023
  • विदहो​ल्डिंग कर दर में वृद्धि से चिंता, बहुराष्ट्रीय कंपनियों की देसी इकाइयों पर ज्यादा असर नहीं
    by कृष्ण कांत
    April 1, 2023
  • चार्ट
  • आज का बाजार
58991.52 
IndicesLastChange Chg(%)
सेंसेक्स58992
10311.78%
निफ्टी58992
10310%
सीएनएक्स 50014558
2121.48%
रुपया-डॉलर82.26
--
सोना(रु./10ग्रा.)51317.00
0.00-
चांदी (रु./किग्रा.)66740.00
0.00-

  • BSE
  • NSE
CompanyLast (Rs)Gain %
Sonata Software837.4011.34
Brightcom Group14.649.99
Easy Trip Plann.43.539.10
Capri Global652.458.67
HLE Glascoat503.307.51
Macrotech Devel.930.607.48
आगे पढ़े  
CompanyLast (Rs)Gain %
Sonata Software836.3011.26
Capri Global661.159.91
Apar Inds.2504.909.88
Brightcom Group14.609.77
BLS Internat.165.709.55
Easy Trip Plann.43.609.27
आगे पढ़े  

# TRENDING

PhonePeStocks to WatchGold Price TodayIndore Temple TragedyCOVID-19 UpdateRupee vs DollarReliance | Jio Financial
© Copyright 2023, All Rights Reserved
  • About Us
  • Authors
  • Partner with us
  • Jobs@BS
  • Advertise With Us
  • Terms & Conditions
  • Contact Us