प्रमुख आईटी कंपनी कॉग्निजेंट टेक्नोलॉजी सॉल्यूशंस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने अपने मुनाफे में पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले 40 फीसदी की गिरावट दर्ज की है। बिजनेस इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म टोफ्लर द्वारा ऐक्सेस किए गए आंकड़ों से यह खुलासा हुआ है। आंकड़ों से पता चलता है कि इस दौरान कंपनी के खर्च में 6.5 फीसदी की वृद्धि हुई है।
वित्त वर्ष 2021 के लिए कंपनी का राजस्व 29, 82 करोड़ रुपये रहा जो इससे पिछले वित्त वर्ष के राजस्व के मुकाबले करीब 5 फीसदी कम है। वित्त वर्ष के दौरान कंपनी का कर पश्चात मुनाफा 40 फीसदी घटकर 3,265 करोड़ रुपये रह गया। इस दौरान कंपनी का कुल खर्च 24,982 करोड़ रुपये रहा जो एक साल पहले के 23,452 करोड़ रुपये के खर्च से अधिक है।
नैसडैक में सूचीबद्ध न्यू जर्सी की इस सूचना प्रौद्योगिकी सेवा कंपनी के भारत में मौजूद कर्मचारियों की संख्या उल्लेखनीय है। पिछले एक साल के दौरान कॉग्निजेंट में कर्मचारियों द्वारा कंपनी छोडऩे की दर काफी बढ़ी है। कॉग्निजेंट ने वित्त वर्ष के लिए अपने वृद्धि अनुमान को भी घटा दिया है। उसने अपने अनुमान को 11.2 फीसदी से घटाकर 10.2 फीसदी अथवा स्थिर मुद्रा आधार पर 10 फीसदी से घटाकर 9 फीसदी कर दिया है। कैलेंडर वर्ष 2021 की पहली तिमाही में उसने 5.5 फीसदी से 7.5 फीसदी वृद्धि का अनुमान जाहिर किया था।
पूरे वर्ष 2020 के लिए कंपनी ने 16.7 अरब डॉलर राजस्व की सूचना दी है जिसमें एक ग्राहक से निकासी की आशंका और कुछ सामग्री सेवाओं से बाहर होने का प्रभाव भी शामिल है।
तिमाही आधार पर 30 जून को समाप्त तिमाही में कर्मचारियों द्वारा कंपनी छोडऩे की दर 31 फीसदी तक बढ़ गई थी। कंपनी ने कहा कि वह 1,00,000 नियुक्तियां करने की योजना बना रही है जिसमें इस साल हजारों लोग स्नातक स्तर के होंगे।
