यदि वोडाफोन आइडिया अपना परिचालन बंद करती है तो प्रतिस्पर्धी दूरसंचार कंपनियों के पास उसके 4जी ग्राहकों को अपने नेटवर्क में शामिल करने के लिए पर्याप्त क्षमता उपलब्ध है लेकिन उसके 2जी ग्राहकों को गंभीर चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। दूरसंचार उद्योग के शीर्ष अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि रिलायंस जियो और भारती एयरटेल के लिए यह अपने ग्राहकों की संख्या बढ़ाने का एक अवसर होगा।
वोडाफोन आइडिया के 2जी ग्राहकों को सीधे 4जी में स्थानांतरित करने के लिए आकर्षक योजनाओं और फोन पर सब्सिडी देकर लुभा सकती हैं। रिलायंस जियो और भारती एयरटेल द्वारा नीलामी के जरिये हासिल स्पेक्ट्रम की हाल में की गई तैनाती से दोनों कंपनियां अपने 4जी नेटवर्क की क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि करने में समर्थ हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि रिलायंस जियो और भारती एयरटेल के पास कुल मिलाकर 30 करोड़ अतिरिक्त ग्राहकों को अपने नेटवर्क में शामिल करने की क्षमता है। उदाहरण के लिए, जियो ने चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के लिए नतीजे जारी करने के बाद अपनी प्रस्तुति में घोषित किया था कि स्पेक्ट्रम में निवेश से जियो के नेटवर्क में 20 करोड़ अतिरिक्त ग्रहकों को शामिल करने की क्षमता सृजित हुई है। विश्लेषकों का मानना है कि भारती एयरटेल ने भी अतिरिक्त स्पेक्ट्रम की तैनाती की है जिसे उसने 22 में से 15 सर्किल में खरीदा था। इससे उसके पास 10 करोड़ अतिरिक्त ग्राहकों को संभालने के लिए पर्याप्त क्षमता तैयार हुई है।
भारती एयरटेल ने इस मुद्दे पर टिप्पणी करने से इनकार किया।
यदि वोडाफोन आइडिया का परिचालन बंद होता है तो दोनों कंपनियों के पास उसके 11.39 करोड़ 4जी ग्राहकों को अपने नेटवर्क में शामिल करने के लिए पर्याप्त क्षमता उपलब्ध है। करीब 40 करोड़ से अधिक ग्राहकों के साथ रिलायंस जियो ने स्पष्ट कर दिया है कि उसका लक्ष्य 50 करोड़ के पार पहुंचना है। वोडाफोन आइडिया के बंद होने से उसे अपने इस लक्ष्य हो हासिल करने में मदद मिलेगी।
ऐसे में वोडाफोन आइडिया के बंद होने से उसके 4जी ग्राहकों को कोई खास परेशानी न होने के आसार हैं। लेकिन वोडाफोन आइडिया के 15.4 करोड़ 2जी ग्राहकों की चुनौतियां कहीं अधिक बढ़ सकती हैं। केवल दो नेटवर्क पर 2जी सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं जिनमें भारती एयरटेल और सरकारी दूरसंचार कंपनी भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) शामिल हैं। अधिकतर दूरसंचार विशेषज्ञों ने आशंका जताई है कि इतनी बड़ी तादाद में 2जी ग्राहकों को अपने नेटवर्क में शामिल करने में एयरटेल और बीएसएनएल की चुनौतियां बढ़ सकती हैं। दूरसंचार गियर बनाने वाली एक कंपनी के वरिष्ठï अधिकारी ने कहा, ‘यदि आप मुझसे पूछते हैं तो बीएसएनएल और भारती एयरटेल द्वारा उन्हें अपने नेटवर्क में शामिल करने का सवाल ही पैदा नहीं होता है।’
बीएसएनएल ने लंबे समय से अपने 2जी अथवा 3जी नेटवर्क में निवेश नहीं किया है और सरकार ने भी स्पष्ट कर दिया है कि ताजा निवेश केवल 4जी नेटवर्क के लिए किया जाएगा। बीएसएनएल और एमटीएनएल के पास करीब 12 करोड़ 2जी और 3जी ग्राहक पहले से ही मौजूद हैं।
भारती एयरटेल पहले ही घोषणा कर चुकी है कि वह अपनी 3जी सेवाओं को बंद कर चुकी है और अब 2जी ग्राहकों को 4जी में स्थानांतरित करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है।