भारती एयरटेल लिमिटेड ने फिक्स्ड लाइन फोन बनाने वाली दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी एल्काटेल ल्यूसेंट के साथ हाथ मिला लिया है।
दोनों कंपनियां मिलकर संयुक्त उपक्रम बनाएंगी, जिसके जरिये एयरटेल के फिक्स्ड लाइन और ब्रॉडबैंड इंटरनेट कारोबार की देखरेख की जाएगी। भारती एयरटेल के मुख्य कार्य अधिकारी और संयुक्त प्रबंध निदेशक मनोज कोहली ने बताया कि इस उपक्रम में एल्काटेल ल्यूसेंट की हिस्सेदारी 74 फीसदी होगी, जबकि एयरटेल के पास बाकी 26 फीसदी हिस्सेदारी होगी।
फ्रांस की कंपनी एल्काटेल ल्यूसेंट तकरीबन 50 करोड़ डॉलर यानी लगभग 2,500 करोड़ रुपये में भारती के कारोबार की डिजाइनिंग करेगी और उसका कामकाज संभालेगी। भारती दूरसंचार के क्षेत्र में लगातार बढ़ते मुकाबले को देखते हुए लागत कम करने के तमाम उपाय अपना रही है। अपने ज्यादातर कारोबार का प्रबंधन ठेके पर किसी और को देना भी इसी फेहरिस्त में शामिल है।
कंपनी ने बुधवार को अपने तिमाही नतीजों का ऐलान किया, जिनमें नए ग्राहक बनाने की उसकी रफ्तार प्रतिद्वंद्वी कंपनियों के मुकाबले कम हुई है। कोहली ने इस प्रकार के सौदों पर कंपनी का रुख स्पष्ट करते हुए कहा कि ब्रॉडबैंड का कारोबार मोबाइल फोन कारोबार से अलग है।
इसमें आपको ग्राहक के घर जाना होता है, फोन लगाना होता है और उन्हें समझाना भी होता है कि कैसे काम करना है, जबकि मोबाइल फोन में ऐसा नहीं होता। इस काम में ज्यादा समय लगता है, जिसके लिए कंपनी ने आउटसोर्सिंग बेहतर समझी।
कोहली ने कहा, ‘फिलहाल हमारे पास 30 लाख फिक्स्ड लाइन दूरसंचार ग्राहक हैं और हम इनकी तादाद कई गुना करना चाहते हैं। इसके लिए हमें प्रौद्योगिकी और डोमेन संबंधी जानकारी की जरूरत है, जो संयुक्त उपक्रम से मिलेगी।’
