भारतपे में संस्थापक और प्रबंध निदेशक अशनीर ग्रोवर से संबंधित बढ़ते विवाद का यूनिटी स्मॉल फाइनैंस बैंक (यूएसएफबी) पर कोई प्रतिकूल असर नहीं पड़ेगा, जिसमें फिनटेक यूनिकॉर्न की 49 फीसदी हिस्सेदारी है। यह कहना है सेंट्रम कैपिटल के चेयरमैन जसपाल बिंद्रा का, जो बैंक की प्रवर्तक है।
बिंद्रा ने कहा कि हमारी साझेदारी (भारतपे के साथ) उन फंडों के साथ है, जो दुनिया भर में अरबों डॉलर का प्रबंधन करते हैं, जैसे सिकोया, जिसके पास कंपनी का लगभग 85 प्रतिशत हिस्सा है। अशनीर ग्रोवर, माधुरी जैन – या किसी अन्य कर्मचारी और संस्थापक के संबंध में कंपनी के भीतर क्या हो रहा है, यह उनका आंतरिक मामला है। उन्होंने कहा कि भारतपे बैंक में एक शेयरधारक है और हमने उनका पैसा लिया है। लेकिन इससे आगे कुछ भी नहीं है, क्योंकि उनके पास अब तक भी बैंक के निदेशक मंडल में कोई प्रतिनिधि नहीं है। पिछले कुछेक महीनों से भारतपे एक ओर अशनीर ग्रोवर और उनकी पत्नी माधुरी जैन के साथ तथा दूसरी ओर कंपनी के निवेशकों, स्वतंत्र निदेशकों और अन्य सह-संस्थापकों के साथ लड़ाई में उलझा हुआ है।
भारतपे के साथ संयुक्त निवेशक के रूप में सेंट्रम द्वारा प्रवर्तित यूएसएफबी को अक्टूबर 2021 में बैंकिंग लाइसेंस दिया गया था। कंपनी ने वित्तीय अनियमितताओं के आरोप वाली खबरें आने के बाद ग्रोवर की पत्नी को बर्खास्त कर दिया था।
