देश की दूसरी सबसे बड़ी पेंट कंपनी बर्जर पेंट्स अगले तीन साल में 10,000 करोड़ रुपये के एकीकृत कारोबार का लक्ष्य लेकर चल रही है, जब कंपनी 100 साल की हो जाएगी। वित्त वर्ष 21 में कंपनी का टर्नओवर करीब 6,800 करोड़ रुपये रहा।
बर्जर हालांकि अपनी अंतरराष्ट्रीय मौजूदगी भी बढ़ा रही है, लेकिन इस बढ़त में अहम योगदान भारतीय बाजार का होगा और इसे डेकेरोटिव, प्रोटेक्टिव व कंस्ट्रक्शन केमिकल क्षेत्र आगे बढ़ाएगा।
बर्जर पेंट्स के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्याधिकारी अभिजित रॉय ने कहा, यह मुमकिन है। 2023-24 में बर्जर 100वें वर्ष में प्रवेश करेगी और कंपनी को उम्मीद है कि तब तक कारोबार 10,000 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच जाएगा। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए रॉय का दांव वैल्यू व वॉल्यूम में बढ़ोतरी पर है। उन्होंने कहा, इस साल हम 8,000 करोड़ रुपये के स्तर पर कारोबार को ले जाने की कोशिश करेंगे।
कच्चे माल की कीमतें बढ़ रही हैं और बर्जर कीमतें बढ़ा रही है। मई से कंपनी ने कई बार कीमतें बढ़ाई और अब एक सितंबर को कीमतें बढऩी है। रॉय ने कहा, 1 सितंबर तक हमारी कुल कीमत बढ़ोतरी करीब 6.5 फीसदी की होगी। यह कमोबेश कच्चे माल की बढ़ी कीमत की भरपाई के बराबर होगा। यह तीसरी तिमाही से कंपनी के सकल मार्जिन पर असर डालेगा। उन्होंने कहा, यह कमोबेश तटस्थ होगा।
पहली तिमाही में बर्जर का शुद्ध लाभ एकल आधार पर 135.09 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वित्त वर्ष की चौथी तिमाही के 184.69 करोड़ रुपये के मुकाबले कम है। कारोबारी लक्ष्य के मामले में बर्जर तीन बड़े मौके पर उम्मीद लगाए बैठी है। डेकोरेटिव क्षेत्र में कंपनी वितरण की कमी की भरपाई पर नजर रखे हुए है।
रॉय ने कहा, प्रोटेक्टिव कोटिंग के क्षेत्र में हम अग्रणी हैं। बुनियादी ढांचे में काफी निवेश होने जा रहा है, हमें इस कारोबार में अच्छी हिस्सेदारी मिलने की ïउम्मीद है। रॉय ने कहा, बर्जर के लिए जो अन्य क्षेत्र तेजी से बढ़ रहा है वह है निर्माण केमिकल। हमें भरोसा है कि निर्माण केमिकल के क्षेत्र में अगले दो साल में हम तीन अग्रणी कंपनियों में शामिल होंगे।
अंतरराष्ट्रीय कारोबार का भी विस्तार हो रहा है, जो बोलिक्स के जरिए आगे बढ़ेगा। कंपनी फ्रांस व स्विजरलैंड में प्रवेश पर विचार कर रही है और पहले ही वितरक नियुक्त कर चुकी है। उन्होंने कहा, बोलिक्स यूरोप अब पोलैंड, रूस, ब्रिटेन व फ्रांस व स्विटरलैंड पर नियंत्रण करेगा, जिस पर हमारी नजर है।
साल 2008 में बर्जर ने पौलैंड की बोलिक्स एसए का अधिग्रहण किया था, जो एक्टरनल इंसूलेशन फिनिशिंग सिस्टम में अग्रणी है। इस अधिग्रहण से बर्जर का प्रवेश यूरोपियन यूनियन के बाजार में हुआ।