पांव पसारती मंदी के बीच भी भारतीय दूरसंचार कंपनियां अपनी रिटेल मौजूदगी बढ़ाने में लगी हुई हैं।
माना जा रहा है कि ये कंपनियां रिटेल आउटलेट खोलने जैसी गतिविधियों में अगले दो वर्ष के दौरान 1,000 से 1,500 करोड़ रुपये तक की रकम खर्च करेंगी।
उद्योग के पंडितों का कहना है कि फिलहाल हर महीने तकरीबन 90 लाख नए मोबाइल ग्राहक जुड़ रहे हैं। अगर इस आंकड़े में इजाफा नहीं हुआ, तो अगले दो साल तक कमी भी नहीं आएगी।
हॉटस्पॉट के मुख्य कार्यकारी संजीव महाजन ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया, ‘हालांकि वित्तीय संकट का कुछ असर तो दूरसंचार क्षेत्र पर पड़ेगा, लेकिन हमें लगता है दूरसंचार रिटेल में लगातार इजाफा होता रहेगा। इसके अलावा हमें ग्रामीण और कस्बाई क्षेत्रों से ज्यादा कारोबार मिलने की उम्मीद है।’
स्पाइस समूह की दूरसंचार रिटेल शृंखला हॉटस्पॉट ने अगले दो साल में अपने आउटलेटों की संख्या 3,000 करने की योजना बनाई है। फिलहाल कंपनी के देश भर में 432 स्टोर हैं।
एस्सार समूह की हैंडसेट और दूरसंचार सेवाएं बेचने वाली रिटेल कंपनी मोबाइल स्टोर भी मार्च 2010 तक 2,500 स्टोर खोलने के बारे में सोच रही है। कंपनी के फिलहाल 1,300 स्टोर हैं। उसकी योजना 500 शहरों में मौजूदगी दर्ज कराने की है, जिनमें छोटे शहर और कस्बों पर ज्यादा ध्यान दिया जाएगा।
मोबाइल स्टोर के मुख्य कार्यकारी राजीव अग्रवाल ने कहा, ‘मोबाइल फोन अब लक्जरी नहीं बल्कि जरूरत की वस्तु हो गए हैं। ज्यादातर ग्राहक हर 6 से 8 महीने में अपने फोन को अपग्रेड कराते हैं। इसलिए हैंडसेट और कनेक्शन के कारोबार मंदी से बेअसर रहेंगे।’