करीब 16.5 अरब डॉलर के मूल्यांकन के साथ दुनिया की सबसे मूल्यवान एडुटेक कंपनी बैजूस का राजस्व वित्त वर्ष 2019-20 में इससे पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले 81 फीसदी बढ़कर 2,434 करोड़ रुपये हो गया। साल के दौरान कंपनी ने 51 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया जो एक साल पहले के मुकाबले 152 फीसदी अधिक है। बिजनेस इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म टोफ्लर से प्राप्त नियामकीय दस्तावेजों से यह खुलासा हुआ है। वित्त वर्ष के दौरान कंपनी का कुल खर्च 2,383 करोड़ रुपये रहा।
विभिन्न व्यक्तियों के साथ कंपनी का कुल शेयरधारिता पैटर्न 82.51 फीसदी रहा। बैजूस के संस्थापक और मुख्य कार्याधिकारी बैजू रवींद्रन की कंपनी में 50.34 फीसदी हिस्सेदारी है जबकि रिजू रवींदद्रन के पास 20.15 फीसदी हिस्सेदारी है। बैजू रवींद्रन की पत्नी दिव्या गोकुलनाथ के पास 10.64 फीसदी हिस्सेदारी है। जहां तक निदेशकों के वेतन पैकेज का सवाल है तो नियामकीय खुलासे के अनुसार, रिजू रवींद्रन का सालाना वेतन पैकेज 164.70 लाख रुपये है। गोकुलनाथ का वेतन पैकेज 194.88 लाख रुपये सालाना है। बैजूस की मानव संसाधन प्रमुख दीप्ता एआर का वेतन पैकेज 154.53 लाख रुपये है और कंपनी में उनकी 8.37 फीसदी हिस्सेदारी है।
विदेशी मुद्रा में बैजूस की कुल आय वित्त वर्ष 2020 में 306 करोड़ रुपये रहा जबकि वित्त वर्ष में यह आंकड़ा 168 करोड़ रुपये का रहा।