बैंक ऑफ इंडिया का शुद्ध मुनाफा जून में समाप्त पहली तिमाही को 22.08 फीसदी की गिरावट के साथ 561 करोड़ रुपये रहा। गैर-ब्याज आय घटने और फंसे कर्ज के लिए प्रावधान के बढ़ने से लाभ पर असर पड़ा। मुंबई की सार्वजनिक क्षेत्र की ऋणदाता ने पिछले वर्ष समान अवधि में 720 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ अर्जित किया था। मंगलवार को बीएसई में बैंक का शेयर 2.14 फीसदी की बढ़त के साथ 50.2 रुपये पर बंद हुआ।
बैंक ने एक बयान में कहा, कंपनी की शुद्ध ब्याज आय (एनआईआई) 29.4 फीसदी की बढ़त के साथ इस वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 4,072 करोड़ रुपये रही, जो कि पिछले साल की समान अवधि में 3,146 करोड़ रुपये रही थी। साथ ही इसकी शुद्ध ब्याज मार्जिन (एनआईएम) भी सुधार के साथ 2.55 फीसदी पहुंच गया, जो पिछले साल 2.16 फीसदी था। इस तिमाही बैंक की गैर-ब्याज आय 1,152 करोड़ रुपये रही, जो पिछले साल की समान अवधि में 2,320 करोड़ रुपये थी। बॉन्ड प्रतिफल के सख्त होने से बैंक का ट्रेजरी राजस्व (जो गैर ब्याज आय का महत्वपूर्ण हिस्सा है) पर भी असर पड़ा। बैंक की संपत्ति गुणवत्ता में भी सुधार दिखा है। इस तिमाही सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां 9.3 फीसदी रही, जो पिछले साल की समान अवधि में 13.5 फीसदी थी। शुद्ध एनपीए भी जून 2022 में 2.21 फीसदी पहुंच गया, जो पिछले वर्ष 3.35 फीसदी रहा था।
इस वित्त वर्ष की पहली तिमाही में एनपीए प्रावधान 1,304 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 873 करोड़ रुपये था। इस तिमाही में बैंक का प्रावधान कवरेज अनुपात भी सुधरकर 87.96 फीसदी हो गया, जो पिछले वर्ष 86.17 फीसदी था।