निजी क्षेत्र के ऋणदाता बंधन बैंक का कर पूर्व लाभ वित्त वर्ष 2021 की पहली तिमाही में 40 फीसदी घटकर 735 करोड़ रुपये रह गया जो एक साल पहले की समान अवधि में 1,231 करोड़ रुपये रहा था।
तिमाही के दौरान बैंक का शुद्ध लाभ 32 फीसदी घटकर 550 करोड़ रुपये रह गया जो एक साल पहले की समान अवधि में 804 करोड़ रुपये रहा था। बैंक का परिचालन लाभ भी करीब 32 फीसदी घटकर 550 करोड़ रुपये रह गया जो एक साल पहले की समान अवधि में 804 करोड़ रुपये रहा था।
बैंक ने जून तिमाही में कोविड-19 की परिस्थिति के मद्देनजर 750 करोड़ रुपये का अतिरिक्त प्रावधान किया जो बैंक द्वारा मार्च तिमाही में किए गए 690 करोड़ रुपये के अतिरिक्त प्रावधान के अतिरिक्त है। बैंक के दो सूक्ष्म वित्त पोर्टफोलियो में 329 करोड़ रुपये का अतिरिक्त प्रावधान किया गया। इस प्रकार जून तिमाही में बैंक का कुल प्रावधान 849 करोड़ रुपये रहा जो वित्त वर्ष 2020 की पहली तिमाही में 125 करोड़ रुपये रहा था।
बंधन बैंक के सीएफओ सुनील समदानी ने कहा, ‘हमारा पूंजी पर्याप्तता अनुपात 27 फीसदी है जो उद्योग में सर्वाधिक है। साथ ही कोविड प्रभाव के मोर्चे पर हम पहले से ही अग्रणी रहे हैं। इसलिए अगले 3 से 5 वर्षों के दौरान हमें पूंजी जुटाने की कोई आवश्यकता नहीं दिख रही है।’ तिमाही के दौरान बैंक की शुद्ध ब्याज आय 15 फीसदी बढ़कर 1,811 करोड़ रुपये हो गई जो एक साल पहले की समान अवधि में 1,575 करोड़ रुपये रही थी।
तिमाही के दौरान बैंक का शुद्ध ब्याज मार्जिन मामूली बढ़त के साथ 8.15 फीसदी रहा। तिमाही के दौरान बैंक का सकल गैर-निष्पादित आस्तियां (एनपीए) घटकर 1.43 फीसदी रह गई जो एक साल पहले की समान अवधि में 1.70 फीसदी रही थी। इसी प्रकार शुद्ध एनपीए घटकर 0.48 फीसदी रह गया।
फेडरल बैंक का कर पूर्व लाभ घटा
निजी क्षेत्र के ऋणदाता फेडरल बैंक का कर पूर्व लाभ चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 8.9 फीसदी घटकर 537.76 करोड़ रुपये रह गया। प्रावधान एवं आकस्मिक मद में खर्च बढऩे से मुनाफे को झटका लगा। पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में बैंक ने 590.72 करोड़ रुपये का कर पूर्व लाभ दर्ज किया था। बीएसई पर बैंक का शेयर आज 2.45 फीसदी गिरावट के साथ 49.85 रुपये पर बंद हुआ। जून तिमाही में बैंक का शुद्ध लाभ बढ़कर 400.77 करोड़ रुपये हो गया।