बजाज फाइनैंंस लिमिटेड का एकल शुद्ध लाभ सितंबर में समाप्त दूसरी तिमाही में 36 फीसदी घटकर 877 करोड़ रुपये रह गया, जो पिछले साल की समान अवधि में 1,377 करोड़ रुपये रहा था। कर्ज पर नुकसान की खातिर प्रावधान में इजाफे के कारण मुनाफे पर चोट पड़ी। कंपनी की शुद्ध ब्याज आय इस अवधि में 5 फीसदी बढ़कर 3,922 करोड़ रुपये रही, जो पिछले साल की समान अवधि में 3,746 करोड़ रुपये रही थी। कंपनी की शुल्क, कमीशन से होने वाली आय व अन्य आय 8 फीसदी घटकर 600 करोड़ रुपये रह गई, जो पहले 652 करोड़ रुपये रही थी।
पुणे मुख्यालय वाली कंपनी ने कहा कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में दी गई कर्ज की रकम 44 फीसदी घटकर 36.2 लाख रुपये रह गई, जो कि एक साल पहले इसी अवधि में 64.5 लाख रुपये रही थी।
कंपनी की प्रबंधनाधीन परिसंपत्तियां 30 सितंबर को 5 फीसदी घटकर 1,04,986 करोड़ रुपये रह गई, जो एक साल पहले की समान अवधि में 1,04,986 करोड़ रुपये रही थी।
कंपनी के कार लोन पर प्रावधान 181 फीसदी फीसदी बढ़कर 1,635 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो पिछले साल की समान तिमाही में 581 करोड़ रुपये रहा था। मौजूदा महामारी में कंपनी ने 30 सितंबर तक पहले व दूसरे चरण की परिसंपत्तियों के लिए प्रावधान क्रमश: 1,306 करोड़ रुपये व 4,879 करोड़ रुपये का किया है जबकि जून में 3,573 करोड़ रुपये का प्रावधान किया था। कंपनी ने कहा, हमारी नकदी की स्थिति मजबूत बनी हुई है। कंपनी के पास दूसरी तिमाही के आखिर में 22,414 करोड़ रुपये की नकदी थी, जो एक साल पहले 8,107 करोड़ रुपये रही थी। बजाज फाइनैंस का शेयर बीएसई पर 0.88 फीसदी की गिरावट के साथ 3,233.25 रुपये पर बंद हुआ।
डीबी कॉर्प का शुद्ध लाभ 62 फीसदी घटा
मीडिया समूह डीबी कॉर्प का चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) का एकीकृत शुद्ध लाभ 62.26 फीसदी घटकर 28.52 करोड़ रुपये रह गया। परिचालन आय घटने से कंपनी का मुनाफा नीचे आया है। भाषा
