मजबूत उपस्थिति वाली गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (एनबीएफसी) बजाज फाइनैंस (बीएफएल) ने वित्त वर्ष 2022 की पहली तिमाही का वित्तीण परिणाम घोषित किया है। कंपनी के वित्तीय नतीजे ऊंची गैर-निष्पादित परिसंपत्तियों (एनपीए) की वजह से अनुमानों के मुकाबले कमजोर रहे हैं। सलाहकारों का कहना है कि तीसरी लहर नहीं आने की स्थिति में वृद्घि की रफ्तार कोविड-पूर्व स्तरों पर पहुंच जाएगी। समेकित परिचालन राजस्व 6,741 करोड़ रुपये पर रहा जो वित्त वर्ष 2021 की पहली तिमाही के 6,648 करोड़ रुपये के मुकाबले सालाना आधार पर बेहतर और वित्त वर्ष 2021 की चौथी तिमाही में दर्ज 6,850 करोड़ रुपये के मुकाबले तिमाही आधार पर कुछ कम है। समेकित परिणाम में सहायक इकाइयों बजाज हाउसिंग फाइनैंस (बीएचएफएल) और बजाज फाइनैंशियल सिक्योरिटीज (बीफिनसेक) के नतीजे भी शामिल हैं।
कर-पूर्व लाभ (पीबीटी) 1,366 करोड़ रुपये पर रहा, जो 1,310 करोड़ रुपये के मुकाबले सालाना आधार पर थोड़ा बेहतर रहा, और 1,823 करोड़ रुपये के मुकाबले तिमाही आधार पर 25 प्रतिशत नीचे रहा। पीएटी 1,002 करोड़ रुपये रहा, जो सालाना आधार पर 4.16 प्रतिशत ज्यादा और तिमाही आधार पर 25.6 प्रतिशत नीचे रहा। जहां नुकसान सालाना आधार पर 1,686 करोड़ रुपये और तिमाही आधार पर 1,231 करोड़ रुपये के मुकाबले 1,750 करोड़ रुपये रहा, वहीं वित्तीय लागत सालाना आधार पर 2,498 करोड़ रुपये के मुकाबले घटकर 2,254 करोड़ रुपये रह गई। शुद्घ ब्याज आय (एनआईआई) में सालाना आधार पर 8 प्रतिशत का इजाफा दर्ज किया गया।
समेकित आधार पर प्रबंधन अधीन परिसंपत्तियां (एयूएम) 1,59 लाख करोड़ रुपये (आईपीओ वित्त पोषण से संबंधित 2,942 करोड़ रुपये की प्राप्तियां शामिल) रहीं जबकि सालाना आधार पर यह आंकड़ा 1.38 लाख करोड़ रुपये रहा। बीएफएल ने वित्त वर्ष 2022 की पहली तिमाही के दौरान 46.3 लाख नए ऋण दर्ज किए और 18.8 लाख नए ग्राहक जोड़े। वित्त वर्ष 2022 की पहली तिमाही के लिए परिचालन खर्च-एनआईआई अनुपात 30.6 प्रश्तिात था जो वित्त वर्ष 2021 की पहली तिमाही में 27.9 प्रतिशत था और दोनों तिमाहियों में कोविड की वजह से दबाव देखा गया था। यदि तीसरी लहर नहीं आती है तो यह अनुपात सामान्य होकर करीब 33 प्रतिशत पर पहुंचने की संभावना है।
बीएफएल ने कोविड-19 दबाव की वजह से 113 करोड़ रुपये के बकाया ऋणों को बट्टेखाते में डाला। उसने 483 करोड़ रुपये का प्रावधान किया। सकल एनपीए और शुद्घ एनपीए-एयूएम अनुपात 2.96 प्रतिशत और 1.46 प्रतिशत रहा, जबकि यह सालाना आधार पर 1.4 प्रतिशत और 0.5 प्रतिशत और 31 मार्च 2021 तक 1.79 प्रतिशत तथा 0.75 प्रतिशत रहा। वाहन वित्त खंड पर ज्यादा प्रभाव पड़ा और जीएनपीए दोगुना होकर 2,426 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। प्रावधान कवरेज अनुपात स्टेज-3 परिसंपत्तियों के आधार पर 51 प्रतिशत है।
बीएफएल ने तिमाही के दौरान भौगोलिक रूप से लगातार विस्तार किया। एयूएम के आंकड़े से ग्रामीण क्षेत्र में बढ़ती पैठ का संकेत मिलता है। इस संदर्भ में ग्रामीण बी2बी और बी2सी में 39 प्रतिशत और 22 प्रतिशत तक का इजाफाा दर्ज किया गया। बजाज फाइनैंस ने प्रतिभूतियों पर भी ज्यादा ऋण (59 प्रतिशत तक) जारी किए और मॉर्गेज उधारी में 11 प्रतिशत का इजाफा हुआ। कंपनी ने वाहन वित्त के लिए ऋणों में कमी (11 प्रतिशत की गिरावट) की। मॉर्गेज (51,107 करोड़ रुपये) के बाद कंज्यूमर बी2सी (31,399 करोड़ रुपये) और एसएमई उधारी (20,335 करोड़ रुपये) दो सबसे बड़े सेगमेंट हैं। कंपनी का जमा बहीखाता 27,972 करोड़ रुपये है, जो सालाना आधर पर 39 प्रतिशत की वृद्घि है। परिसंपत्ति गुणवत्ता में गिरावट के बावजूद, 25.41 प्रतिशत की टियर-1 पूंजी के साथ पूंजी पर्याप्तता अनुपात 28.57 प्रतिशत पर मजबूत बना हुआ है। कंपनी ने एयूएम वृद्घि 25-27 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है। जीएनपीए घटकर 1.4-1.7 प्रतिशत रह जाने की संभावना है, क्योंकि अर्थव्यवस्था अब पटरी पर लौट रही है। इस अनुपात पर विश्लेषकों की नजर लगी रहेगी। यह शेयर पिछले 30 दिनों में करीब 2.5 प्रतिशत और वित्तीय परिणाम के बाद 0.9 प्रतिशत गिरा है।
