उपभोक्ता फाइनैंसर बजाज फाइनैंस ने शेयर बाजार के अनुमानों को पीछे छोड़ते हुए अक्टूबर-दिसंबर तिमाही के दौरान समेकित शुद्ध लाभ में 85 प्रतिशत की उछाल के साथ 2,125 करोड़ रुपये का इजाफा दर्ज किया है। इस लाभ को शुद्ध ब्याज आय (एनआईआई) में जोरदार वृद्धि और कम प्रावधानों से मदद मिली है। एकल आधार पर इस ऋणदाता ने 1,934 करोड़ रुपये का लाभ दर्ज किया है।
इस अवधि के दौरान इसकी समेकित एनआईआई 40 प्रतिशत उछलकर 6,000 करोड़ रुपये हो गई जो पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 4,296 करोड़ रुपये थी। यह शुद्ध ब्याज मार्जिन में अच्छे विस्तार से प्रेरित रही। समेकित स्तर पर ऋण हानि प्रावधान 22 प्रतिशत घटकर 1,051 करोड़ रुपये रह गया।
दिसंबर तिमाही के अंत में सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां (एनपीए) 72 आधार अंक (बीपीएस) बढ़कर 1.73 प्रतिशत हो गई, जबकि शुद्ध एनपीए 32 बीपीएस तक बढ़कर 0.78 प्रतिशत हो गया। ऋणदाता के लिए सकल एनपीए और शुद्ध एनपीए दोनों ही कोविड से पहले वाले स्तरों पर लौट आए हैं। वाहन फाइनैंस कारोबार अधिक एनपीए जारी है, हालांकि इसमें काफी गिरावट आई है।
बजाज फाइनैंस दो सहायक में करेगी 29 अरब रुपये का निवेश : बजाज फाइनैंस लिमिटेड कारोबार विस्तार के लिए दो सहायक कंपनियों में इक्विटी के रूप में 2,900 करोड़ रुपये का निवेश करेगी – बजाज हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड में 2,500 करोड़ रुपये और बजाज फाइनैंशियल सिक्योरिटीज लिमिटेड में 400 करोड़ रुपये। इस पूंजी से अगले 24 महीनों के लिए उनकी विकास योजनाओं को मदद मिलने की उम्मीद है। बीएस