बजाज ऑटो और केटीएम एजी में उसकी साझेदार पियरर इंडस्ट्रीज ने घोषणा की है कि उन्होंने एक शेयर अदला-बदली समझौते के तहत प्रीमियम बाइक विनिर्माता केटीएम में अपनी शेयर हिस्सेदारी को सरल बनाया है। इसके साथ ही बजाज ऑटो इस ऑस्ट्रियाई साझेदार के अन्य ब्रांडों भी अप्रत्यक्ष तौर पर साझेदार बन गई है जिसमें हस्कवर्ना, गैस गैस और रैमन भी शामिल हैं।
इस सौदे से पहले बजाज ऑटो और पियरर मोबिलिटी एजी (पीएमएजी) की केटीएम एजी में क्रमश: करीब 48 फीसदी और 52 फीसदी हिस्सेदारी थी। बजाज ऑटो की शेयर हिस्सेदारी उसकी नीदरलैंड की सहायक कंपनी बजाज ऑटो इंटरनैशनल होल्डिंग्स बीवी (बैभव) के जरिये थी। दो चरण वाले इस समझौते के तहत बजाज ऑटो ने केटीएम में अपनी कुल 46.5 फीसदी हिस्सेदारी पीटीडब्ल्यू होल्डिंग एजी को हस्तांतरित करेगी जो पीएमएजी में बहुलांश शेयरधारक है। इसके बदले बैभव को पीटीडब्ल्यू होल्डिंग एजी में 49.9 फीसदी हिस्सेदारी दी गई है।
कंपनी ने एक बयान में कहा, ‘दूसरे चरण में पीटीडब्ल्यू होल्डिंग एजी केटीएम में अपनी 46.5 फीसदी हिस्सेदारी पियरर मोबिलिटी एजी (पीएमएजी) को नए शेयरों के एवज में हस्तांतरित करेगी।’
इस लेनदेन के बाद केटीएम एजी में पीएमएजी की शेयर हिस्सेदारी 51.7 फीसदी से बढ़कर 98.2 फीसदी हो गई है। पियरर ग्रुप फिलहाल पीएमएजी पर अपना नियंत्रण बरकरार रखेगा। कंपनी ने कहा कि सभी संबंधित पक्षों ने बुधवार को इस संबंध में एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए। पीएमएजी के बोर्ड ने बुधवार को 89.5 करोड़ यूरो की पूंजीगत वृद्धि को निष्पादित करने के लिए एक प्रस्ताव पारित किया। यह अधिकृत पूंजी का उपयोग करते हुए मौजूदा शेयर पूंजी के 49.9 फीसदी के बराबर है। इस संदर्भ में 79.50 यूरो प्रति शेयर मूल्य पर 1.126 करोड़ शेयर जारी किए जाएंगे जो मौजूदा शेयर मूल्य से अधिक है।
इस संबंध में बातचीत 2019 में शुरू हुई थी लेकिन उसे टाल दिया गया था। दिसंबर 2020 में बजाज ऑटो ने स्टॉक एक्सचेंज को सूचित किया था कि उसने बातचीत को फिर सुचारु किया है। बजाज ऑटो और केटीएम के बीच करार 2012 में हुआ था जब उसने 200 ड्यूक बाइक को लॉन्च करते हुए भारतीय बाजार में प्रवेश किया था।
