एयर इंडिया के नए स्वामी टाटा समूह ने पायलटों और चालक दल के सदस्यों की वेतन कटौती खत्म करने तथा कर्मचारियों के वेतन-भत्ते समूह की तीन अन्य विमानन कंपनियों के समान करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। आज कर्मचारियों का वेतन कोविड से पहले के स्तर की तुलना में करीब 75 फीसदी कर दिया गया है।
मौजूदा चरण में पायलटों का उड़ान भत्ता 20 फीसदी बहाल किया गया है। अब यह कोविड से पहले के स्तर से करीब 35 फीसदी कम रह गया है। विशेष भुगतान वाले पायलटों और चौड़ी बॉडी के विमान उड़ाने वालों का भत्ता भी 25 फीसदी बहाल किया जाएगा। इसमें 40 फीसदी की कटौती की गई थी।
इस विमानन कंपनी के मानव संसाधन विभाग की निदेशक अमृता शरण ने कर्मचारियों को भेजे संदेश में कहा है, ‘महामारी के बाद विमानन क्षेत्र एक बार फिर पंख पसारने के लिए तैयार है और हमारे प्रदर्शन में भी कुछ सुधार हुआ है। हमें यह बताते हुए खुशी हो रही है कि आपकी वेतन कटौती की समीक्षा की गई है और इसे चरणबद्घ तरीके से बहाल किया जाएगा। वेतन में बदलाव 1 अप्रैल, 2022 से प्रभावी होगा।’ उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले महीनों में प्रदर्शन में और सुधार के बाद वेतन की आगे समीक्षा की जाएगी।
देश की सबसे बड़ी विमानन कंपनी इंडिगो ने परिचालन में उल्लेखनीय वृद्घि देखते हुए इस महीने की शुरुआत में अपने पालयटों की वेतन कटौती को आंशिक तौर पर बहाल कर दिया था। कंपनी ने 1 अप्रैल से सभी पायलटों के वेतन में 8 फीसदी बढ़ोतरी की घोषणा की थी। इंडिगो ने 2020 में पायलटों के वेतन में 28 फीसदी कटौती की थी।
इसी तरह स्पाइसजेट ने अपने कैप्टन के वेतन में 10 फीसदी और फस्र्ट ऑफिसर के वेतन में 15 फीसदी इजाफा किया है। स्पाइसजेट के प्रशिक्षकों के वेतन में 20 फीसदी बढ़ोतरी की गई थी। वेतन बढ़ोतरी मार्च से प्रभावी हो गई है।
टाटा संस के स्वामित्व वाली विमानन कंपनी विस्तारा ने 1 अप्रैल से पात्र पायलटों के लिए वेतन में बोनस को भी फिर से शामिल किया है। हवाई यात्रियों की मांग बढऩे से विमानन कंपनियां अपने बेड़े में विमानों की संख्या बढ़ा रही हैं, जिस कारण पायलट वेतन कटौती खत्म करने की मांग कर रहे हैं। इंडिगो वर्तमान में रोजाना 1,500 उड़ानें संचालित कर रही है जो कोविड से पहले की तुलना में कहीं अधिक है।
पायलटों ने अपने प्रबंधन के समक्ष वेतन कटौती खत्म करने को लेकर आवाज भी उठा रहे हैं। इंडिगो ने 5 पायलटों का बर्खास्त कर दिया था क्योंकि पायलटों के एक समूह ने वेतन कटौती खत्म करने की मांग लेकर हड़ताल करने और परिचालन बाधित करने की योजना बनाई थी।इसी तरह एयर एशिया इंडिया के 100 से ज्यादा पायलटों ने कंपनी प्रबंधन को वेतन कटौैती खत्म करने के लिए पत्र लिखा है। उनका कहना है कि उड़ान के घंटे कोविड से पहले के स्तर तक पहुंच गए हैं, इसलिए वेतन कटौती वापस ली जानी चाहिए।
