गॉडफ्रे फिलिप्स इंडिया लिमिटेड के निदेशक मंडल की बैठक आज हुई, जहां अतिरिक्त निदेशक की नियुक्ति का मामला टाल दिया गया। सूत्रों ने यह जानकारी दी। जब नियुक्ति हो जाएगी तब बोर्ड में स्वतंत्र निदेशकों की संख्या पांच हो जाएगी, साथ ही इतनी ही संख्या गैर-स्वतंत्र निदेशकों की होगी। सूत्रों ने कहा कि यह स्वतंत्र निदेशकों को विवादास्पद मसलों पर चर्चा के लिए और जुंजाइश बनाएगा। अभी चार स्वतंत्र निदेशक हैं और पांच गैर-स्वतंत्र निदेशक, जिनमें रुचिर मोदी और आरए शाह शामिल हैं, जो अभी कंपनी के चेयरमैन हैं।
कंपनी के नतीजे के ऐलान के लिए बुलाई गई बोर्ड बैठक में सेबी को भेजे गए रुचिर मोदी के पत्र में लगाए गए आरोपों पर कंपनी के जवाब पर भी चर्चा हुई। रुचिर ने एक पत्र में आरोप लगाया था कि के के मोदी की मौत के बाद उनकी पत्नी बीना मोदी को अध्यक्ष व सीईओ बनाया जाना सूचीबद्धता समझौते का उल्लंघन है और उनकी नियुक्ति के प्रस्ताव को शेयरधारकों की मंजूरी नहीं मिली थी लेकिन प्रस्ताव पारित हो गया।
सेबी को भेजे जवाब में हालांकि बीना मोदी की नियुक्ति को क्लीन चिट देते हुए कहा गया था कि कंपनी ने निायमक के सभी नियमों का पालन किया। इस पर भी आज बैठक मेंं चर्चा हुई। सूत्रों ने कहा कि जहां तक रुचिर मोदी की तरफ से सेबी को लिखे गए पत्र का सवाल है, उसने अपने पिता ललित मोदी का प्रतिनिधित्व किया और यह मोटे तौर पर शेयरधारक की शिकायत है। कंपनी के प्रवक्ता ने बोर्ड बैठक के बारे में सवालों का जवाब नहीं दिया। न ही ललित भसीन और स्वतंत्र निदेशक अनूप एन कोठारी, अतुल कुमार गुप्ता और निर्मल बागड़ी ने कोई जवाब दिया।
