कॉस्मेटिक एवं फैशन ई-टेलर नायिका की पैतृक कंपनी एफएसएन ई-कॉमर्स वेंचर्स का शेयर गुरुवार को दिन के कारोबार में बीएसई पर 8 प्रतिशत से ज्यादा गिरकर 1,696 रुपये के निचले स्तर पर पहुंच गया था, क्योंकि कंपनी का शुद्घ लाभ वित्त वर्ष 2022 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में 59 प्रतिशत घटकर 28 करोड़ रुपये रह गया। हालांकि बाद में यह शेयर 1,712 रुपये पर बंद हुआ। वहीं शुक्रवार को भी इस शेयर में भारी गिरावट दर्ज की गई।
लेकिन यह फागुनी नायर के स्वामित्व वाले उद्यम पर विश्लेषकों के उत्साहजनक रुख से अलग नहीं है। ब्रोकरों ने इस शेयर के लिए ‘ओवरवेट’ और ‘बाय’ के बीच के दायरे में रेटिंग दी है, वहीं एक ब्रोकरेज फर्म ने इसे ‘रिड्यूस’ की भी रेटिंग दी है। 2,420 के सर्वाधिक ऊंचे कीमत लक्ष्य से इस शेयर में 41.3 प्रतिशत की संभावित तेजी का पता चलता है।
उनका कहना है कि इसके मुख्य कारणों में मजबूत राजस्व वृद्घि, अच्छे आधार, तिमाही आधार पर मार्जिन वृद्घि और सकल व्यावसायिक वैल्यू (जीएमवी) में शानदार सुधार शामिल हैं।
बुधवार को जारी तिमाही नतीजों से पता चलता है कि नायिका की जीएमवी सालाना आधार पर 49 प्रतिशत बढ़ी है, जिसे ब्यूटी एवं पर्सनल केयर (बीपीसी) और फैशन सेगमेंटो में 32 प्रतिशत और 137 प्रतिशत की सालाना वृद्घि से मदद मिली है।
जहां कंपनी ने अपेक्षाकृत कम जीएमवी-राजस्व परिवर्तन दर्ज किया, वहीं सकमल मार्जिन बढ़कर 46.3 प्रतिशत हो गया, जो तिमाही आधार पर 359 आधार अंक ज्यादा है और इसे फैशन, बीपीसी में हायर ऐंड प्रोडक्ट्स के समावेश और अपने ब्रांडों की बढ़ती भागीदारी से मदद मिली है।
हालांकि विश्लेषक सकल मार्जिन के आंकड़े को त्योहारी सीजन की खरीदारी के परिणाम के तौर पर देख रहे हैं, जिससे बीपीसी उत्पादों के ऊंचे समावेश को बढ़ावा मिल सकता है।, लेकिन उनका मानना है कि अन्य दो कारण बरकरार रहेंगे।
कुल मिलाकर, नायिका का सकल मार्जिन सुधरने से भी उसका एबिटा मार्जिन बढ़कर 6.3 प्रतिशत हो गया, भले ही कुल राजस्व में विज्ञापन खर्च का योगदान 14 प्रतिशत रहा हो।
आईआईएफएल सिक्योरिटीज के विश्लेषकों का मानना है कि नायिका का सालाना प्रदर्शन संतोषजनक था और कुल राजस्व वृद्घि 36 प्रतिशत की तेजी के साथ 1,098.4 करोड़ रुपये पर रही। बीपीसी औसत ऑर्डर वैल्यू (एओवी) तिमाही आधार पर 3 प्रतिशत बढ़ी और ऑर्डरों की संख्या सालाना आधार पर 31 प्रतिशत और तिमाही आधार पर 25 प्रतिशत बढ़ी।
तिमाही आधार पर फैशन सेगमेंट में 17 प्रतिशत की जीएमवी वृद्घि दर्ज की गई, जो इस सेगमेंट के शुरुआती स्तर को देखते हुए सुस्त रही। जहां एओवी 3,590 रुपये पर सर्वाधिक (तिमाही आधार पर 10 प्रतिशत की वृद्घि) थी, लेकिन ऑर्डरों की संख्या में तिमाअी आधार पर 8 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई।
आईआईएफएल सिक्योरिटीज का कहना है, ‘हमें बिक्री सामान्य होने की वजह से 2022-23 में मार्जिन सुधरने की संभावना है, क्योंकि कोविड-19 को लेकर हालात बदल रहे हैं और वित्त वर्ष 2022 की तेजी के बाद विज्ञापन खर्च भी सामान्य हुआ है।’
इस बीच, कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटी के विश्लेषकों का मानना है कि विज्ञापन खर्च अगली दो-तीन तिमाहियों में राजस्व के 11-12 प्रतिशत पर स्थिर रहेगा, हालांकि तिमाही आधार पर अस्थिरता बरकरार रहेगी।
इसे ध्यान में रखते हुए उन्होंने अपने वित्त वर्ष 2022-24 के राजस्व अनुमानों में 2 प्रतिशत तक की कटौती की है।
