अंबुजा सीमेंट्स का लेनदेन पूरा होने के एक दिन बाद अदाणी समूह के चेयरमैन गौतम अदाणी ने कहा है कि अंबुजा सीमेंट्स व एसीसी की उत्पादन क्षमता पांच साल में मौजूदा 7 करोड़ टन से 14 करोड़ टन हो जाएगी और दोनों कंपनियां भारत की सबसे ज्यादा लाभकारी सीमेंट कंपनियां बन जाएंगी क्योंकि बढ़ती मांग से मार्जिन में इजाफा होगा।
शनिवार को दोनों कंपनियों के कर्मचारियों को संबोधित करते हुए अदाणी ने कहा कि कंपनियों का अधिग्रहण ऐतिहासिक मौका है क्योंकि एक झटके में अदाणी समूह देश की दूसरी सबसे बड़ी सीमेंट विनिर्माता बना। 12 करोड़ टन क्षमता के साथ अल्ट्राटेक देश की सबसे बड़ी सीमेंट कंपनी है।
उन्होंने कहा, हमारे पास अब दो सबसे प्रतिष्ठित ब्रांडों का स्वामित्व है। एक स्वतंत्रता पूर्व भारत के दृढ़ निश्चय को पारिभाषित करता है जबकि दूसरा आत्मविश्वासी भारत के साहस व उत्साह को पारिभाषित करता है। उन्होंने कहा कि इन्फ्रा व मैटीरियल के क्षेत्र में 6.4 अरब डॉलर में देश में अब तक का सबसे बड़ा अधिग्रहण चार महीने के रिकॉर्ड वक्त में पूरा हुआ।
अदाणी ने कहा, इस कारोबार में हमारा प्रवेश ऐसे समय में हुआ है जब भारत आधुनिक दुनिया में सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है।इस उद्योग में उतरने की वजह बताते हुए अदाणी ने कहा, समूह का भारत की प्रगति की कहानी में भरोसा है और प्रबल आस्था भी है कि साल 2050 तक भारत 25 से 30 लाख करोड़ रुपये की अर्थव्यवस्था बन जाएगा। आंकड़ों के बारे में आप सभी को पता है।
भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा सीमेंट उत्पादक है, हमारा प्रति व्यक्ति उपभोग महज 250 किलोग्राम है जबकि चीन में 1,600 किलोग्राम। ऐसे में यहां सात गुना बढ़त की गुंजाइश है। चूंकि सरकार की योजना जोर पकड़ रही है, ऐसे में लंबी अवधि में सीमेंट की औसत मांग में जीडीपी के 1.2 से 1.5 गुने तक बढ़ोतरी की उम्मीद है। हम इसके दोगुने बढ़त का अनुमान जता रहे हैं।
अदाणी ने कहा कि चूंकि भारत की विकास गाथा बुनियादी ढांचे और आवास क्षेत्र में लाखों-करोड़ों डॉलर के निवेश से सामने आई है, इसलिए सीमेंट का उनके बुनियादी ढांचे के कारोबार के लिए आकर्षण है। समूह के बंदरगाह और
लॉजिस्टिक्स कारोबार, हरित ऊर्जा कारोबार और ईकॉमर्स प्लेटफॉर्म विकसित किए जा रहे हैं।
अदाणी ने कहा कि इससे हमें महत्त्वपूर्ण प्रतिस्पर्धी लाभ मिलता है और हमें बेजोड़ स्तर हासिल करने की स्थिति में रखता है। मेरा यह भी मानना है कि परिचालन दक्षता के परिचालन में अदाणी समूह की सक्षमता किसी से पीछे नहीं है और हमने पिछले वर्षों में हो अधिग्रहण किए हैं, हमें उनकी सीख से फायदा मिलेगा। परिणामस्वरूप हमें देश में सर्वाधिक लाभदायक सीमेंट निर्माता बनने के लिए महत्त्वपूर्ण मार्जिन विस्तार की उम्मीद है।’
अदाणी ने कहा कि अगले पांच वर्षों में हमें मौजूदा सात करोड़ टन की क्षमता से 14 करोड़ टन तक पहुंचने का अनुमान है।
अदाणी ने कहा कि समूह अब दुनिया की सबसे बड़ी सौर ऊर्जा कंपनी है और भारत के हरित क्षेत्र का नेतृत्व कर रही है। उन्होंने कहा कि हम इस कारोबार के लिए 70 अरब डॉलर की प्रतिबद्धता के साथ दुनिया की हरित हाइड्रोजन गाथा का भी नेतृत्व कर रहे हैं। हम 25 प्रतिशत यात्री यातायात और 40 प्रतिशत एयर कार्गो के साथ देश में सबसे बड़े हवाईअड्डा परिचालक हैं तथा राष्ट्रीय बाजार की 30 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ हम देश में सबसे बड़ी बंदरगाह और लॉजिस्टिक्स कंपनी हैं।
यह समूह अब देश का सबसे बड़ा एकीकृत ऊर्जा भागीदार है, जो उत्पादन, पारेषण, वितरण, एलएनजी, एलपीजी, शहरी गैस और पाइप्ड गैस वितरण क्षेत्र में व्याप्त है। इनमें से प्रत्येक कारोबार दो अंकों की दर से बढ़ रहा है।
उन्होंने कहा, ‘हमने देश के कुछ सबसे बड़े सड़क अनुबंध हासिल किए हैं और इस क्षेत्र में सबसे बड़ी कंपनी बनने की राह पर हैं।’ उन्होंने कहा कि हमारे पास अदाणी विल्मर का शानदार आईपीओ था, जो हमें देश की सबसे मूल्यवान एफएमसीजी कंपनी बनाता है और हम कई नए क्षेत्रों में अपनी आगे की राह घोषित कर चुके हैं, जिसमें डेटा सेंटर, सुपर ऐप, एयरोस्पेस और रक्षा, औद्योगिक क्लाउड, धातु और पेट्रोकेमिकल शामिल हैं।