प्रमुख ई-कॉमर्स कंपनी एमेजॉन स्थानीय भाषाओं के जरिये लोगों तक अपनी पहुंच बढ़ाने की कोशिश कर रही है। इसके लिए वह ग्राहकों को वॉइस आधारित शॉपिंग सेवाएं मुहैया करा रही है।
ई-कॉमर्स कंपनी का उद्देश्य एक ऐसा प्लेटफॉर्म तैयार करना है जो अगले 50 करोड़ उपयोगकर्ताओं के लिए समावेशी और सुलभ हो। इसके लिए कंपनी मुख्य तौर पर टियर-2 और टियर-2 शहरों एवं कस्बों में अपनी पैठ बनाना चाहती है। एमेजॉन इंडिया के निदेशक (ग्राहक अनुभव एवं विपणन) किशोर थोटा ने कहा कि भारत जैसे विविधतापूर्ण देश में जब 50 करोड़ ग्राहक ऑनलाइन खरीदारी के लिए आएंगे तो उनकी जरूरतें और चुनौतियां भी अनोखी होंगी। इनमें भाषगत बाधाएं, वॉइस आधारित खरीदारी को प्राथमिकता देना और डिजिटल भुगतान के लिए झिझक शामिल हैं। आगामी त्योहारी सीजन से पहले एमेजॉन इंडिया ने कहा कि ग्राहक अब मराठी और बंगाली में भी ऑनलाइन मार्केटप्लेस को ऐक्सेस कर सकते हैं। इससे पहले कंपनी अंग्रेजी के अलावा पांच भाषाओं- हिंदी, कन्नड़, मलयालम, तमिल और तेलुगु में यह सेवा पेश कर चुकी है।
