प्रमुख दूरसंचार कंपनी भारती एयरटेल की वार्षिक आम बैठक (एजीएम) में पेश सभी प्रस्ताव भारी बहुमत के साथ पारित हो गए हैं। कंपनी की ओर से आज किए गए खुलासे से पता चलता है कि उसे अपने सभी सात प्रस्तावों के पक्ष में 89.6 फीसदी से 100 फीसदी के दायरे में बहुमत हासिल हुए।
दिलचस्प है कि जिस प्रस्ताव के खिलाफ सबसे अधिक मतदान हुआ वह कंपनी के चेयरमैन के तौर पर सुनील भारती मित्तल को दोबारा नियुक्त किए जाने का प्रस्ताव था। इस प्रस्ताव के खिलाफ 10.43 फीसदी मतदान हुआ। इसके अलावा स्वतंत्र निदेशक के तौर पर निसब गोदरेज की नियुक्ति के खिलाफ 6.7 फीसदी मतदान हुआ जबकि गैर-कार्यकारी निदेशकों को कमीशन के भुगतान संबंधी प्रस्ताव के खिलाफ 4.4 फीसदी मतदान हुआ।
इसी प्रकार राकेश भारती मित्तल और ताओ यिह अर्थर लैंग की नियुक्ति संबंधी प्रस्ताव को 98 फीसदी बहुमत के साथ पारित कर दिया गया। विश्लेषकों का कहना है कि सुनील भारती मित्तल की दोबारा नियुक्ति के खिलाफ 10 फीसदी मतदान की मुख्य वजह स्टेकहोल्डर्स एम्पावरमेंट सर्विसेज (एसईएस) द्वारा की गई सिफारिश रही।
मतदान सलाहकार फर्म ने कहा कि मित्तल की समय प्रतिबद्धता और उपस्थिति को लेकर कोई चिंता नहीं दिखी। उसने कहा कि भारती एयरटेल को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उसका चेयरमैन कार्यकारी पद पर नहीं रहेगा।