भारत की सबसे पुरानी दवा बनाने वाली कंपनी अलेंबिक ने अगले 2-3 साल में अपनी कमाई दोगुनी करने की योजना बनाई है। इसके लिए कंपनी ने अमेरिकी और यूरोपीय बाजार में कदम रखने और अनुबंध पर दवाओं का निर्माण की योजना बनाई है।
लगभग 1,027 करोड़ रुपये की कंपनी ने अमेरिका की खाद्य और दवा प्रशासक और यूरोप की नियामक संस्थाओं के साथ 13 एब्रिविएटिड दवाओं (एएनडीए) और 22 ड्रग मास्टर फाइल्स (डीएमएफस)दायर किए हैं। कंपनी के निदेशक अमीन ने कहा कि कंपनी की योजना अमेरिका व यूरोप की नामी कंपनियों के साथ मार्केटिंग के लिए करार करेगी।
उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि हमें नियमित बाजार में आने में लगभग 10 साल की देरी हुई है। लेकिन हम हर साल लगभग 10-12 एएनडीए दायर करेंगे। जिससे हम अमेरिका और यूरोप में मौजूद जेनेरिक दवाओं के बाजार में मौजूद संभावनाओं का फायदा उठाया जा सके। इसके साथ ही हम लैटिन अमेरिका और अफ्रीका के बाजारों में भी आएंगे।’
कंपनी की योजना कम जोखिम और कम निवेश कर बड़ी कंपनियों के साथ रणनीतिक साझेदारी करने की है। गैर नियमित बाजारों में दवाओं के निर्यात की कुल कमाई में हिस्सेदारी 20 फीसदी ही होती है।