भारती एयरटेल का शुद्ध लाभ वित्त वर्ष 2022 की तीसरी तिमाही में सालाना आधार पर 2.8 प्रतिशत घटकर 830 करोड़ रुपये रह गया। पिछले साल की इसी अवधि में कंपनी ने 854 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया था। कर व्यय में वृद्धि के कारण मुनाफे को झटका लगा। शेयर बाजार के अनुमानों की तुलना में परिचालनगत प्रदर्शन बेहतर रहा, लेकिन शुद्ध लाभ उम्मीदों से कम रहा। इसकी मुख्य वजह अधिक कर व्यय रहा।
इस तिमाही में राजस्व सालाना आधार पर 12.6 प्रतिशत बढ़कर 29,867 करोड़ रुपये हो गया। क्रमिक रूप से प्रति उपयोगकर्ता औसत राजस्व में 6.5 प्रतिशत का इजाफा हुआ और सालाना आधार पर यह 11.6 प्रतिशत बढ़कर 163 रुपये हो गया। नवंबर के अंत में मोबाइल शुल्कों में वृद्धि के कारण ऐसा हुआ है। कंपनी का कहना है कि इस इजाफे का पूरा प्रभाव चौथी तिमाही में दिखाई देगा।
जहां एक ओर वित्त लागत में सालाना आधार पर आठ प्रतिशत तक की वृद्धि हुई, वहीं दूसरी ओर कर व्यय दोगुने से भी अधिक (126 प्रतिशत बढ़कर 991 करोड़ रुपये) हो गया और लाभ में गिरावट का रुख रहा। परिचालन स्तर पर कंपनी ने लाभ में सालाना आधार पर 22 फीसदी का इजाफा दर्ज किया है, जो बढ़कर 14,905 करोड़ रुपये हो गया है, जबकि मार्जिन चार फीसदी बढ़कर 49.9 फीसदी हो गया है, जो एक साल पहले 45.9 प्रतिशत था। ब्लूमबर्ग के अनुसार विश्लेषकों ने राजस्व 29,370 करोड़ रुपये, एबिटा 14,574 करोड़ रुपये और शुद्ध लाभ 928 करोड़ रुपये के स्तर पर आंका था।
संयोग से पिछले साल कंपनी का तीसरी तिमाही का परिणाम इसकी सहायक कंपनी भारती इन्फ्राटेल का इंडस टॉवर्स के साथ विलय से उत्पन्न 9,449 करोड़ रुपये के असाधारण लाभ से प्रभावित हुआ था।
भारत के मोबाइल कारोबार की ग्राहक वृद्धि में तकरीबन 6,00,000 की मामूली गिरावट देखी गई है, लेकिन 4जी ग्राहक आधार में क्रमिक और सालाना आधार दोनों ही तरह से वृद्धि नजर आई है। दिसंबर तिमाही के अंत में एयरटेल के पास देश में 32.3 करोड़ ग्राहक थे, जिसमें 19.55 करोड़ 4जी उपयोगकर्ता शामिल थे। प्रति ग्राहक मोबाइल डेटा खपत में भी सालाना आधार पर 33.8 प्रतिशत की वृद्धि नजर आई है, जो प्रति माह 18.3 जीबी रही। कंपनी के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्याधिकारी गोपाल विट्टल ने कहा कि हमने अपने सभी कारोबार खंडों में निरंतर प्रदर्शन वाली तिमाही पेश की है। कुल मिलाकर क्रमिक राजस्व वृद्धि 5.4 प्रतिशत रही और एबिटडा मार्जिन 49.9 प्रतिशत के स्तर पर आ गया। उन्होंने कहा कि पोर्टफोलियो के कुल संयोजन के योगदान में लगातार वृद्धि की वजह से हमारा उद्यम, घरेलू और अफ्रीका का कारोबार दृढ़ता के साथ सेवा प्रदान कर रहा है। हमारा बही-खाता मजबूत है और अब हम स्वस्थ मुक्त नकदी प्रवाह सृजित कर रहे हैं।
जीसीपीएल का शुद्ध लाभ 5 फीसदी बढ़ा
दैनिक उपभोग के उत्पाद बनाने वाली कंपनी गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड (जीसीपीएल) का एकीकृत शुद्ध लाभ 31 दिसंबर 2021 को समाप्त तिमाही में 4.93 फीसदी बढ़कर 527.60 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। गोदरेज समूह की कंपनी ने शेयर बाजार को भेजी जानकारी में कहा कि इससे पिछले वित्त वर्ष की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में उसका शुद्ध लाभ 502.80 करोड़ रुपये रहा था। जीसीपीएल ने कहा कि चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में उसकी परिचालन आय 8.08 फीसदी बढ़कर 3,302.58 करोड़ रुपये पर पहुंच गई। एक साल पहले की इसी तिमाही में यह 3,055.42 करोड़ रुपये थी। कंपनी का कुल खर्च भी आलोच्य तिमाही के दौरान 11.46 फीसदी बढ़कर 2,714.32 करोड़ रुपये पर पहुंच गया जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 2,435.11 करोड़ रुपये था। कंपनी के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्याधिकारी सुधीर सीतापति ने कहा, ‘तीसरी तिमाही में हमारा प्रदर्शन मिलाजुला रहा। जहां कुल बिक्री 8 फीसदी तक बढ़ गई वहीं यह पूरी तरह कीमतों पर आधारित रही।’ कंपनी की अन्य बाजारों से आय चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में 11.22 फीसदी बढ़कर 200.23 करोड़ रुपये हो गई।
जिंदल स्टील ऐंड पावर का लाभ 27 फीसदी घटा
जिंदल स्टील ऐंड पावर का एकीकृत लाभ चालू वित्त वर्ष की दिसंबर तिमाही में 27.2 फीसदी घटकर 1,866.08 करोड़ रुपये रह गया। कंपनी ने शेयर बाजार को दी जानकारी में कहा कि इससे पूर्व वित्त वर्ष 2020-21 की इसी तिमाही में उसे 2,566.68 करोड़ रुपये का एकीकृत लाभ हुआ था। एकीकृत आय दिसंबर 2021 तिमाही में बढ़कर 12,535.35 करोड़ रुपये हो गर्ई जो एक साल पहले इसी तिमाही में 9,643.88 करोड़ रुपये थी।
बजाज इलेक्ट्रिकल्स का शुद्ध लाभ घटा
बजाज इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड का एकीकृत शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की दिसंबर तिमाही में 50.94 फीसदी घटकर 48.17 करोड़ रुपये रह गया। कंपनी ने शेयर बाजार को मंगलवार को यह जानकारी दी। इससे पिछले वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में कंपनी ने 98.19 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था। इसके अलावा कंपनी की परिचालन आय दिसंबर तिमाही के दौरान 12.02 फीसदी घटकर 1,319.81 करोड़ रुपये रह गई जो एक साल पहले की इसी अवधि में 1,500.14 करोड़ रुपये थी। बजाज इलेक्ट्िरकल का कुल खर्च 9.16 फीसदी घटकर 1,261.50 करोड़ रुपये रह गया। एक साल पहले की इसी तिमाही में यह 1,388.80 करोड़ रुपये था। एजेंसियां