भारती एयरटेल के शेयर की अल्पावधि की चाल दूरसंचार सेवा प्रदाता की तरफ से 5जी की पेशकश पर निर्भर करेगी। विश्लेषकों ने बुधवार को ये बातें कही। विश्लेषकों को इस शेयर में मौजूदा स्तर से 33 फीसदी की बढ़ोतरी की संभावना दिख रही है, जिसमें उन्होंने कंपनी की अगले 18 महीने में होने वाली आक्रामक पूंजीगत खर्च की योजना को समाहित किया है। इसके अतिरिक्त नजदीकी प्रतिस्पर्धी रिलायंस जियो की रणनीति से भी काफी कुछ तय होगा।
नतीजे की घोषणा के बाद रिलायंस जियो ने कहा था कि वह 700 मेगाहर्ट्ज कवरेज लेयर पर अपने यहां विकसित नेटवर्क का इस्तेमाल करते हुए अत्याधुनिक, एकल आर्किटेक्चर तकनीक (एसए) को अपनाएगी। दूसरी ओर, भारती ने कहा है कि वह 5जी के लिए गैर-एकल नेटवर्क (एनएसए) का उपयोग करेगी, जिस पर 4जी कवरेज भी साथ-साथ मिल सकेगा। इसके लिए वह अपने मौजूदा नेटवर्क गियर वेंडरों की मदद ले सकेगी।
गैर-एकल नेटवर्क के लिए अलग से 5जी नेटवर्क स्थापित करने की आवश्यकता नहीं है बल्कि उसका संचालन मौजूदा 4जी नेटवर्क के जरिये किया सकता है। दूसरी ओर, एकल नेटवर्क (एसए) के लिए अलग से 5जी नेटवर्क स्थापित करने की आवश्यकता होगी और उसका 4जी से अलग पूरी तरह स्वतंत्र परिचालन होगा।
एडलवाइस सिक्योरिटीज के प्रणव क्षत्रिय के मुताबिक, यह तकनीक की श्रेष्ठता का मामला नहीं है बल्कि अहमियत वैसे इकोसिस्टम अपनाने की है जो सभी हितधारकों के लिए लागत में कमी लाएगा। भारती एयरटेल मार्च 2024 तक 5,000 शहरों में 5जी कवरेज का लक्ष्य लेकर चल रही है। गैर-एकल नेटवर्क के जरिए एयरटेल उम्मीद कर रही है कि 3,000 मेगाहर्ट्ज (अपलिंक) बैंड से उसे विस्तृत स्पेक्ट्रम मिल जाएगा ताकि 5जी के बढ़े डेटा ट्रैफिक और मिड बैंड स्पेक्ट्रम मसलन 1,800 या 2,100 मेगाहर्ट्ज (डाउनलिंक) का कवरेज भी इससे जोड़ा जा सकेगा।
इसके अतिरिक्त भारती को 4जी पर नाममात्र पूंजीगत खर्च का फायदा मिलेगा और ई-बैंड से बैकहॉल को मजबूत बनाने में मदद मिलेगी। उद्योग के अनुमान के मुताबिक, भारत में इस्तेमाल हो रहे मौजूदा 6-8 फीसदी हैंडसेट्स 5जी सक्षम हैं और 5जी पेश होने के बाद इसमें इजाफा होगा।
जेएम फाइनैंशियल के दयानंद मित्तल ने कहा, मौजूदा रणनीति के साथ भारती 5जी में जीत हासिल कर सकती है क्योंकि वह गुणवत्ता वाले ग्राहकों पर ध्यान केंद्रित कर रही है जो किसी और के मुकाबले तेजी से 5जी डिवाइस अपग्रेड करेंगे। साथ ही उसका एंटरप्राइजेज कारोबार मजबूत है और 5जी में अग्रणी बनने के लिए उसके पास डिजिटल क्षमता है।
हालांकि निवेशकों को चौकस रहना चाहिए क्योंकि 5जी से होने वाली कमाई अभी दुनिया भर में अस्पष्ट है और यह टैरिफ बढ़ोतरी पर दबाव बना सकता है।
आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने कहा, कंपनी की कमाई में भविष्य में होने वाली टैरिफ बढ़ोतरी, स्पेक्ट्रम यूजेज चार्जेज पर बचत और 4जी की क्षमता विस्तार पर नाममात्र का खर्च आदि शामिल होगी। हमें लगता है कि एंटरप्राइज ग्राहकों से राजस्व धीरे-धीरे आएगा और यह भविष्य में राजस्व में शायद ही बहुत ज्यादा योगदान करेगा।
ब्रोकरेज ने भारती का लक्ष्य 812 से घटाकर 775 रुपये कर दिया है और इसकी रेटिंग खरीद से डाउनग्रेड कर दी है।
