एयर इंडिया के अधिग्रहण के लिए टाटा समूह और स्पाइसजेट के प्रवर्तक अजय सिंह ने वित्तीय बोली सौंपी है। सरकार ने बुधवार को कहा कि उसे एयर इंडिया के अधिग्रहण के लिए कई वित्तीय बोलियां मिली हैं। निवेश और लोक संपत्ति प्रबंधन विभाग (दीपम) के सचिव तुहिन कांत पांडे ने ट्वीट में कहा, ‘लेनदेन सलाहकार को एयर इंडिया के विनिवेश के लिए वित्तीय बोलियां मिली हैं। प्रक्रिया अब अंतिम चरण में है।’ सरकार को उम्मीद है कि एयर इंडिया का विनिवेश इस साल पूरा हो जाएगा।
टाटा समूह ने अपने पूर्ण स्वामित्व वाली इकाई के जरिये बोली लगाई है। माना जा रहा है कि अजय सिंह ने अन्य कंपनियों के साथ मिलकर बोली लगाई है। एयर इंडिया के लिए वित्तीय बोली जमा कराने की आज अंतिम तिथि थी।
2018 में विनिवेश प्रक्रिया के विफल रहने के बाद सरकार ने पिछले साल जनवरी में एयर इंडिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस में 100 फीसदी और ग्राउंड हैंडलिंग इकाई एयर इंडिया एसएटीएस एयरपोर्ट सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड में 50 फीसदी हिस्सेदारी बेचने के लिए बोलियां मंगाई थीं। प्रारंभिक बोलियां पिछले साल दिसंबर में मिली थी और मार्च में संभावित खरीदारों के बीच खरीद अनुबंध का मसौदा जारी किया गया था।
एयर इंडिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस के पास 141 विमान हैं और भारत से अंतरराष्ट्रीय मार्गों पर परिचालन करने वाली यह सबसे बड़ी विमानन कंपनी है। लेकिन भारी कर्ज के कारण इसके प्रदर्शन में लगातार गिरावट आ रही है। कंपनी का घाटा बढ़कर 70,000 करोड़ रुपये से अधिक हो गया था।