एजीऐंडपी प्रथम अगले आठ वर्ष में शहरी गैस वितरण क्षेत्र में करीब 18,000 करोड़ रुपये का निवेश करने जा रही है। यह कंपनी सिंगापुर स्थित एजीऐंडपी सिटी गैस की भारतीय इकाई है। कंपनी देश के दक्षिणी राज्यों में प्राकृतिक गैस आपूर्ति के लिए दीर्घावधि का सौदा करने के मकसद से गेल इंडिया सहित विभिन्न आपूर्तिकर्ताओं के साथ करार करने के लिए बातचीत कर रही है।
कंपनी भारत में 12 शहरी गैस वितरण (सीजीडी) नेटवर्कों का विकास कर रही है जो 34 जिलों में फैला होगा। कंपनी के पास 12 भौगोलिक क्षेत्र हैं जिनमें से पांच कर्नाटक में, तीन तमिलनाडु में, दो आंध्र प्रदेश में और एक-एक केरल तथा राजस्थान में है। एजीऐंडपी प्रथम के मुख्य परिचालन अधिकारी चिरदीप दत्ता ने कहा, ‘हम चालू वित्त वर्ष में करीब 3,000 करोड़ रुपये का निवेश करने जा रहे हैं और अगले आठ वर्ष में करीब 18,000 करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना बना रहे हैं।’ निजी इक्विटी क्षेत्र की दिग्गज कंपनी आई स्क्वायर्ड कैपिटल ने हाल ही में एजीऐंडपी सिटी गैस में करीब 20 करोड़ डॉलर का निवेश किया था।
कंपनी संपीडि़त प्राकृतिक गैस (सीएनजी) बसों के परिचालन के लिए सरकारी परिवहन यूटीलिटी के साथ भी बातचीत कर रही है और केरल के साथ पहले से ही बातचीत चल रही है। सूत्रों के मुताबिक केरल ने पहले ही 400 सीएनजी बसों का आर्डर दिया है जिनका परिचालन तिरुवनंतपुरम क्षेत्र में किया जाएगा। कंपनी के सीजीडी नेटवर्क में 2,78,000 वर्गकिलोमीटर, 17,000 इंच-किलोमीटर की पाइपलाइन और 1,500 से अधिक नए सीएनजी स्टेशन शामिल होंगे। केवल पाइपलाइन नेटवर्क की स्थापना के लिए ही निवेश 1,700 करोड़ रुपये के आसपास रह सकता है। एजीऐंडपी ने पहले ही तमिलनाडु के कांचीपुरम, चेंगलपट्टु, वेलूर, रानीपेट, तिरुपतुर और रामनाथपुरम जिलों में शहरी गैस नेटवर्कों के निर्माण के लिए अगले आठ वर्ष में करीब 2,700 करोड़ रुपये के निवेश की प्रतिबद्घता जताई थी।
दत्ता ने कहा, ‘फिलहाल एपीएम गैस की उपलब्धता केवल परिवहन और घरेलू इस्तेमाल के लिए है। उद्योगों और वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों को यदि थोड़ी भी आपूर्ति करनी हो तो उसका आयात करना होगा। उसके लिए हम गेल के साथ दीर्घावधि के लिए गैस आपूर्ति पर बातचीत कर रहे हैं।’ कंपनी सात एलसीएनजी स्टेशनों की स्थापना भी करने जा रही है। उन्होंने कहा कि जिन इलाकों में कोई पाइपलाइन नेटवर्क नहीं है वहां कंपनी प्राकृति गैस की आपूर्ति के लिए वर्चुअल पाइपलाइन का विकल्प इस्तेमाल कर रही है।
