भारत में सबसे बड़े आईपीओ पेटीएम का शेयर गुरुवार को 27 प्रतिशत की गिरावट का शिकार हुआ। कंपनी की 18,300 करोड़ रुपये की पेशकश की राह चुनौतीपूर्ण रही।
कुल मिलाकर इस निर्गम को 1.89 गुना अभिदान मिला था और इसके संस्थागत हिस्से को 2.79 गुना और रिटेल निवेशक श्रेणी को 1.6 गुना अभिदान हासिल हुआ।
इस निर्गम की आक्रामक कीमत और इस तथ्य को देखत हुए कि पेटीएम की पैतृक कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस नुकसान में बनी हुई है, कई विश्लेषकों ने कमजोर सूचीबद्घता की आशंका जताई थी। निवेश रणनीति के तौर पर, विश्लेषकों ने उन निवेशकों को और आशाजनक शेयरों में निवेश करने की सलाह दी है, जिन्हें मौजूदा स्तरों पर नुकसान हो रहा है।
स्वास्तिक इन्वेस्टमार्ट में शोध प्रमुख संतोष मीणा का कहना है, ‘बजाज फिनसर्व फिनटेक व्यवसायों पर दांव लगाने का बेहतर विकल्प है, क्योंकि कंपनी का पेटीएम के मुकाबले मूल्यांकन के लिहाज से शानदार रिकॉर्ड रहा है।
बुनियादी स्तर पर, मैक्वेरी के विश्लेषकों ने पेटीएम के शेयर को महंगा माना है और वे इसे पसंदीदा सूची में रखने से परहेज कर रहे हैं क्योंकि वे कंपनी के मुनाफे की राह पर को लेकर अनिश्चित हैं। उन्होंने 1,200 रुपये के कीमत लक्ष्य के साथ इस शेयर पर अंडरपरफॉर्म रेटिंग बरकरार रखी है।
जहां कंपनी का मुख्य भुगतान व्यवसाय वर्ष 2014 से परिचालन में बना हुआ है, वहीं वन97 कम्युनिकेशंस ने पिछले ती साल में कई वर्टिकलों में व्यवसायों को विभाजित किया है, जिनमें कंज्यूमर लेंडिंग (वर्ष 2020), को-ब्रांडेड क्रेडिट काडर्स (वर्ष 2020), बीमा वितरण (वर्ष 2020), वेल्थ मैनेजमेंट (वर्ष 2018) और उसका मिनी-ऐप प्लेटफॉर्म शामिल है।
मैक्वेरी का कहना है कि इनमें से कोई भी व्यवसाय पेटीएम के लिए मजबूत राजस्व या मुनाफे में तब्दील होने में सफल नहीं रहा। इसके अलावा, कंपनी ने भुगतान व्यवसायों के अलावा अपने किसी वर्टिकल में बड़ा बाजार नेतृत्व भी हासिल नहीं किया है।
आईडीबीआई कैपिटल के शोध प्रमुख ए के प्रभाकर का मानना है, ‘पेटीएम मौजूदा समय में हमारे पास मौजूद बेहद महंगे शेयरों में से एक है। कंपनी मुनाफा नहीं कमा रही है। यह कीमत शेयर खरीद के लिहाज से सही भाव नहीं है। हमें कम से कम एक-दो साल तक वित्तीय प्रदर्शन पर नजर रखने की जरूरत होगी। ज्यादातर निवेशक आईपीओ में निवेश सूचीबद्घता के समय मिलने वाले अच्छे लाभ को ध्यान में रखकर करते हैं। इस शेयर को बनाए रखने से मदद नहीं मिलेगी। यदि सूचीबद्घता खराब है, तो निवेशकों को ऊंची कीमत पर निकलने का मौका नहीं मिलेगा। अभी नुकसान उठाएं और इस शेयर से बाहर निकल जाएं।’