एस्सार स्टील के अधिग्रहण के दो साल बाद आर्सेलरमित्तल के मुख्य कार्याधिकारी आदित्य मित्तल ने निप्पॉन स्टील के साथ अपने भारतीय संयुक्त उद्यम आर्सेलर मित्तल निप्पॉन स्टील इंडिया (एएम/एनएस इंडिया) के लिए चार सूत्रीय विजन का अनावरण किया। मित्तल ने कर्मचारियों को भेजे संदेश में ये बातें सामने रखी है।
कर्मचारियों को भेजे पत्र में संयुक्त उद्यम के चेयरमैन मित्तल ने कहा, सबसे पहले हम भारत में स्टील की खपत में हो रही तीव्र व स्थायी बढ़त को सहारा देने के लिए अग्रिम पंक्ति में आना चाहते हैं और इसे हासिल करने के लिए हम हर कारोबारों में खासा निवेश जारी रखेंगे। उन्होंंने कहा, बढ़त की इस योजना के लिए हजीरा में स्टील निर्माण क्षमता बढ़ाकर 1.5 करोड़ टन सालाना करना काफी अहम होगा और इससे एएम/एनएस इंडिया को भी फायदा होगा क्योंंकि आत्मनिर्भर भारत की सरकारी मकसद के मुताबिक उच्च कीमत वाले स्टील का आयात घटा रहा है।
एएम/एनएस इंडिया के पास दिसंबर 2019 में अधिग्रहण के समय 75 लाख टन कच्चे स्टील के उत्पादन की क्षमता थी। अभी इसे बढ़ाकर 86 लाख टन करने पर काम चल रहा है और अगला पड़ाव इस क्षमता को 1.5 लाख टन करने का होगा।
लेकिन एएम/एनएस इंडिया की क्षमता बढ़ोतरी के साथ लागत के मामले में प्रतिस्पर्धी बनने की कोशिशें जारी है। मित्तल ने कहा, हमें स्थायी तौर पर स्थिर व लागत प्रभावी स्टील निर्माण की ओर बढऩे की कोशिश निश्चित तौर पर करनी चाहिए।
उन्होंने कहा, वास्तविक प्रगति हो चुकी है और ओडिशा में खनन परिचालन शुरू होने के साथ पारादीप में दूसरा पैलेट प्लांट चालू हो गया है और हजीरा परियोजना के अवरोध दूर करने की कोशिश हो रही है।
इस विजन का तीसरा हिस्सा है वैल्यू ऐडेड उत्पादोंं का पोर्टफोलियो बनाना और मजबूत वित्तीय रिटर्न हासिल करने के लिए नवोन्मेष व तकनीक का दोहन करना। उन्होंंने कहा, हजीरा में हम आधुनिक तकनीक लगा रहे हैें, जो अहम भूमिका निभाएगा। यहां उच्च श्रेणी के ऑटो व प्लेट मिल प्रॉडक्ट आदि का विनिर्माण सुनिश्चित होगा।
मित्तल ने कहा, अंतत: लक्ष्य निश्तित तौर पर सतत विकास में अग्रणी बनने का होना चाहिए। इसमें कई मामले शामिल हैं, लेकिन तीन सबसे अग्रिम पंक्ति में हैं।
एएम/एनएस इंडिया ने 16 दिसंबर, 2019 को अपनी यात्रा शुरू की थी जब आर्सेलरमित्तल ने एस्सार स्टील का अधिग्रहण 42,000 करोड़ रुपये में किया। इसके बाद कंपनी ने निप्पॉन स्टील कॉरपोरेशन के साथ 60:40 फीसदी हिस्सेदारी वाला संयुक्त उद्यम बनाया।
