आदित्य बिड़ला समूह की परिधान कारोबार इकाई आदित्य बिड़ला फैशन ऐंड रिटेल (एबीएफआरएल) ने अमेरिका स्थित ब्रांड प्रबंधन कंपनी ऑथेंटिक ब्रांड्स ग्रुप (एबीजी) के साथ एक दीर्घ अवधि का लाइसेेंसिग समझौता किया है। एबीएफआरएल इस अनुबंध के तहत थोक, ई-कॉमर्स और भारत में रीबॉक के स्टोर से रीबॉक के उत्पाद बेचेगी। कंपनी इसके अलावा दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों के संगठन आसियान देशों के उत्पाद भी बेचेगी।
यह सौदा स्पोट्र्स एवं एक्टिववीयर खंड में एबीएफआरएल के उतरने का संकेत दे रहा है। कंपनी ने अपनी तरफ से जारी बयान में कहा कि एडिडास से रीबॉक ब्रांड के मालिकाना नियंत्रण का स्थानांतरण आदित्य बिड़ला समूह को 2022 की पहली तिमाही तक हो जाएगा।
कंपनी ने विज्ञप्ति में कहा, ‘पिछले कुछ वर्षों से स्पोट्र्स एवं एक्टिववीयर खंड तेजी से बढ़ रहा है। लोगों की आय इजाफा होने के बाद वे इस तरह के उत्पाद अब पहले से अधिक खरीदने लगे हैं। भारत के युवा अब स्वास्थ्य के प्रति पहले से अधिक सजग हो गए हैं इसलिए भी इन उत्पादों की मांग बढ़ रही है।’ कंपनी ने कहा कि इस खंड का आकार सालाना 14 प्रतिशत की दर से 2023-24 तक बढ़कर 13 अरब डॉलर हो जाएगा।
एबीएफआरएल के प्रबंध निदेशक आशिष दीक्षित ने कहा, ‘भारत के युवा अब अधिक सक्रिय जीवन शैली अपना रहे हैं। इस दौरान परिधानों के प्रति उनका रुझान भी बदला है। यह स्पोट्र्स एवं एक्टिववीयर खंड के लिए नया कारोबार अवसर ला रहा है।’ दीक्षित ने कहा कि एबीजी के साथ मिलकर वे भारत में रीबॉक का कारोबार बढ़ाना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि इस सौदे के बाद एबीएफआरएल के उत्पादों में और अधिक विविधता आएगी और उसे विभिन्न खंडों के ग्राहकों की जरूरतें पूरी करने में भी मदद मिलेगी। कंपनी ने कहा कि
एबीएफआरएल रीबॉक डिजाइन ग्रुप के साथ उत्पाद डिजाइन, इनके विकास, नवाचार आदि पर सहयोग करेगी।
दोनों कंपनियों के बीच यह सौदा आवश्यक औपचारिकतां पूरी होने और मंजूरी मिलने के बाद पूरा होगा। इसके साथ ही डेफिनिटिव एग्रीमेंट्स पर भी दोनों पक्षों के हस्ताक्षर होंगे। एबीजी के मुख्य परिचालन अधिकारी कोरी साल्टर ने कहा कि उन्हें एबीएफआरएल के साथ अपनी मौजूदा साझेदारी और आगे बढ़ाने में काफी खुशी हो रही है।
