अदाणी ट्रांसमिशन ने सोमवार को कल्पतरु पावर ट्रांसमिशन के साथ करार की घोषणा की, जिसके तहत वह उसकी पारेषण सहायक की खरीद 1,286 करोड़ रुपये में करेगी।
कंपनी ने एक बयान में कहा, अदाणी ट्रांसमिशन ने कल्पतरु पावर ट्रांसमिशन के साथ करार पर हस्ताक्षर किया है, जिसके तहत वह अलीपुरद्वार ट्रांसमिशन का अधिग्रहण ट्रांसमिशन सर्विस एग्रीमेंट आदि के जरिए करेगी।
बिजली पारेषण कंपनी को अगले कुछ महीने में यह अधिग्रहण पूरा होने की उम्मीद है, जो सभी अनिवार्य नियामकीय मंजूरी व अन्य सहमति पर निर्भर करेगा। कंपनी ने अपने बयान में कहा, यह अधिग्रहण अपने हितधारकों के लिए वैल्यू में इजाफे की अदाणी ट्रांसमिशन की रणनीति के मुताबिक है, जो वह खुद के दम पर और विलय-अधिग्रहण के मौकों के जरिए कर रही है।
इस साल फरवरी में कतर इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी ने अदाणी इलेक्ट्रिसिटी मुंबई की 25.10 फीसदी हिस्सेदारी अदाणी ट्रांसमिशन से ली थी। अदाणी इलेक्ट्रिसिटी मुंबई में कतर इन्वेस्टमेंट का निवेश करीब 3,220 करोड़ रुपये रहा। यह निवेश और हाल में पूरा हुए पूंजी प्रबंधन कार्यक्रम ने अदाणी ट्रांसमिशन को अपनी पूंजीगत खर्च की योजना के साथ आगे बढऩे के लिए उपयुक्त बना दिया है।
अदाणी ट्रांसमिशन के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्याधिकारी अनिल सरदाना ने कहा, अलीपुरद्वार ट्रांसमिशन के अधिग्रहण से अदाणी ट्रांसमिशन की देश भर में मौजूदगी में इजाफा होगा और वह अपनी स्थिति देश की सबसे बड़ी निजी क्षेत्र की पारेषण कंपनी के तौर पर एकीकृत कर पाएगी। यह परिसंपत्ति अदाणी ट्रांसमिशन को साल 2022 तक 20,000 सीकेटी किलोमीटर पारेषण लाइन के लक्ष्य के करीब ले जाएगी।
इस अधिग्रहण के साथ अदाणी ट्रांसमिशन का कुल नेटवर्क 15,400 सीकेटी किलोमीटर से ज्यादा हो जाएगा, जिसमें से 12,200 सीकेटी किलोमीटर परिचालन में है और 3,200 सीकेटी किलोमीटर से ज्यादा क्रियान्वयन के विभिन्न चरणों में है।
