रिलायंस अनिल धीरूभाई अंबानी समूह (आर-एडीएजी) ने दिल्ली की बीपीओ कंपनी केयरटेल इन्फोटेक को 5 वर्षीय आउटसोर्सिंग ठेका दिया है। यह ठेका तकरीबन 300 करोड़ रुपये का है।
केयरटेल इन्फोटेक डालमिया समूह की बीपीओ कंपनी है। यह ठेका 5 वर्षों की अवधि के लिए है जिसमें समूह की दूरसंचार कंपनी के लिए कस्टमर कॉल सेंटर की स्थापना भी शामिल है। इस दूरसंचार कंपनी ने हाल ही में डीटीएच सेवा, म्युचुअल फंड और बीमा सेवाएं शुरू की हैं।
आर-एडीएजी एक बड़ी बीपीओ कंपनी रिलायंस बीपीओ चलाता है जिससे नई दिल्ली, मुंबई और चेन्नई में 12,000 से अधिक कर्मचारी जुड़े हुए हैं। इसके अलावा रिलायंस बीपीओ समूह की कंपनी रिलायंस कम्युनिकेशंस (आर-कॉम) को सेवाएं मुहैया कराती है। बीपीओ कंपनी कोलकाता, हैदराबाद और चेन्नई में तीन केंद्र खोलने की भी तैयारी कर रही है जिनमें प्रत्येक केंद्र में 1500 कर्मचारी काम करेंगे।
केयरटेल इन्फोटेक हैदराबाद और कोलकाता में पहले ही दो कॉल सेंटर खोल चुकी है। हैदराबाद के कॉल सेंटर में सीटों की संख्या 500 और कोलकाता के कॉल सेंटर में यह संख्या 700 है। इस सौदे से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि कंपनी इन केंद्रों से आर-एडीएजी के लिए सेवाएं पहले ही शुरू कर चुकी है और वह अगले कुछ महीनों में इन सीटों की संख्या बढ़ाने की संभावना तलाश रही है।
समूह की दूरसंचार सेवा प्रदाता केयरटेल इन्फोटेक आर-कॉम के लिए इनबाउंड कॉल सेंटर सेवाएं मुहैया कराएगी। यह रिलायंस के डीटीएच संचालन, बिग टीवी और म्युचुअल फंड, बीमा और कंज्यूमर फाइनेंस जैसी वित्तीय सेवाओं के लिए आवाज-आधारित सेवाएं भी मुहैया कराएगी।
इस उद्योग के जानकारों के मुताबिक समूह इसलिए भी आउटसोर्सिंग की राह पर चल सकता है क्योंकि इसके अतिरिक्त ग्राहकों को प्रबंधन में मुश्किल का सामना करना पड़ सकता है। कंपनी से हर महीने तकरीबन 17.5 लाख उपभोक्ता जुड़ रहे हैं और देश में इसके कुल उपभोक्ताओं की संख्या 5.4 करोड़ है।
यह देश में दूरसंचार सेवा प्रदाता कंपनियों की ओर से अपने नेटवर्क और प्रौद्योगिकी को वैश्विक कंपनियों को आउटसोर्स किए जाने के तेजी से बढ़ रहे चलन का भी एक हिस्सा है। इससे दूरसंचार कंपनियों को अपने सेवा विस्तार पर ध्यान केंद्रित करने में मदद मिलेगी।