बैंक ऑफ अमेरिका समर्थित ऐसेट रीकंस्ट्रक्शन एंटरप्राइज लिमिटेड (‘एसीआरई’) ने जायसवाल नेको इंडस्ट्रीज में 32 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल की और इसके साथ ही कर्ज प्रभावित कंपनी के 5,661 करोड़ रुपये का ऋण पुनर्गठित हुआ है।
एआरसी को अन्य वैश्विक दबावग्रस्त फंडों और निवेशकों का समर्थन हासिल है, जिनमें डेविडसन, केम्पनर कैपिटल मैनेजमेंट, ओकट्री कैपिटल और एरेस एसएसजी शामिल हैं।
ऋण का पुनर्गठन सिक्योरिटाइजेशन ऐंड रीकंस्ट्रक्शन ऑफ फाइनैंशियल ऐसेट्स ऐंड इन्फोर्समेंट ऑफ सिक्योरिटी इंटरेस्ट ऐक्ट, 2002 के अनुसार किया गया और यह दिवालिया प्रक्रिया पुनर्गठन से पूर्व सबसे बड़े पुनर्गठन में से एक था। कंपनी दिवालिया प्रक्रिया शुरू करने के लिए आरबीआई की दूसरी सूची में शामिल थी, जिसे दिसंबर 2017 में जारी किया गया था।
ऋएण पुनर्गठन की प्रक्रिया एसीआरई ट्रस्ट्स को कंपनी के 31.44 प्रतिशत इक्विटी शेयरों और ऋण आवंटन से जुड़ी हुई है। यह दिवालिया-पूर्व लेनदेन पर परिसंपत्ति पुनर्निर्माण कंपनी द्वारा कंपनी के 25 प्रतिशत से ज्यादा इक्विटी शेयरों की खरीद को भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग की मंजूरी का पहला मामला होगा। यह बैंक ऑफ अमेरिका द्वारा भारत के दबावग्रस्त परिसंपत्ति खंड में सबसे बड़ा सौदा होगा। खेतान ऐंड कंपनी ने इस सौदे पर कंपनी को परामर्श सेवा मुहैया कराई है।
मार्च 2021 में समाप्त वित्त वर्ष के लिए कंपनी ने 3,705 करोड़ रुपये की बिक्री और 558 करोड़ रुपये का नुकसान दर्ज किया।