प्रमुख आईटी सेवा कंपनी एक्सेंचर ने चौथी तिमाही और पूरे वित्त वर्ष के लिए अपने शानदार प्रदर्शन के आंकड़े जारी किए हैं। कंपनी ने वित्त वर्ष 2022 के लिए 12 से 15 फीसदी वृद्धि का अनुमान भी जाहिर किया है। कंपनी को क्लाउड एवं डिजिटल बदलाव सेवाओं से मांग में दो अंकों की वृद्धि हासिल होने की उम्मीद है। यह आईटी क्षेत्र और शीर्ष चार आईटी सेवा कंपनियों के लिए एक शुभ संकेत है।
एक्सेंचर ने यह भी कहा है कि चौथी तिमाही के दौरान डॉलर में उसका राजस्व 24 फीसदी बढ़कर 13.4 अरब डॉलर हो गया और पूरे वित्त वर्ष के लिए उसका राजस्व 50 अरब डॉलर के पार पहुंच गया। तिमाही के लिए कंपनी की नई बुकिंग 15 अरब डॉलर और पूरे साल के लिए 59.3 अरब डॉलर को छू गया।
रिलायंस सिक्योरिटीज में वरिष्ठ अनुसंधान विश्लेषक सुयोग कुलकर्णी ने कहा, ‘हमें उम्मीद है कि आगे चलकर निफ्टी आईटी व्यापक सूचकांक के मुकाबले प्रीमियम पर कारोबार करेगा जिसे मुख्य तौर पर इन कारकों से बल मिलेगा: पहला, वित्त वर्ष 2021 से वित्त वर्ष 2024 के दौरान राजस्व में दो अंकों की वृद्धि की संभावना और मध्यावधि में तकनीकी की स्वीकार्यता बढऩे से वृद्धि केा बल। दूसरा, बड़ी हाइपरस्केलर एवं सास कंपनियों के साथ बढ़ती साझेदारी। तीसरा, प्रतिस्पर्धी कंपनियां बेहतर गुणक (20 फीसदी राजस्व वृद्धि के साथ) पर कारेाबार कर रही हैं।’
एक्सेंचर के नतीजे से भारतीय आईटी सेवा क्षेत्र के लिए मुख्य तौर पर दो बड़े संकेत मिलते हैं। पहला, यदि कंपनियां सही कारोबार एवं पेशकश पर ध्यान केंद्रित करे तो आकार कोई मायने नहीं रखता है। एक्सेंचर 50 अरब डॉलर के राजस्व लक्ष्य को पार कर रही है जबकि उसके कर्मचारियेां की संख्या 6,24,268 है। कंपनी ने दो अंकों में वृद्धि हासिल करने का अनुमान जाहिर किया है। उसकी कुछ कारोबारी इकाइयां 30 फीसदी से अधिक वृद्धि दर के साथ आगे बढ़ रही हैं।
एक्सेंचर ने कर्मचारियों द्वारा कंपनी छोडऩे की दर 19 फीसदी दर्ज की है लेकिन प्रबंधन का कहना है कि इससे चिंता की कोई बात नहीं है।
