अरबपति निवेशक राकेश झुनझुनवाला समर्थित आकाश एयर ने अगली गर्मी के मौसम में अपने शुभारंभ के लिए तैयारियां तेज कर दी हैं। कंपनी ने इसके लिए 72 बोइंग 737 मैक्स विमान खरीद का ऑर्डर दिया है।
करीब 9 अरब डॉलर के मूल्य वाले इन 72 विमानों के लिए समझौता मंगलवार को दुबई एयर शो में किया गया। अक्सर, हालांकि एयरलाइनों को ऑर्डर देते वक्त मूल उपकरण निर्माताओं से बड़ा डिस्काउंट मिलता है।
यह ऑर्डर अमेरिकी विमान निर्माता के लिए बेहद महत्वपूर्ण है और इससे उसे एयरबस के साथ अंतर को पाटने में मदद मिलेगी। एयरबस की भारत के नैरो बॉडी बेड़े में करीब 80 प्रतिशत भागीदारी है। एयरबस को इंडिगो से 550 ए320नियो के ऑर्डर मिले हैं और इनकी डिलिवरी वर्ष 2024 तक की जानी है। आकाश एयर के ऑर्डर में 737 मैक्स श्रेणी के दो वैरिएंट शामिल हैं, जो हैं 737-8 और हाई-कैपेसिटी 737-8-200 विमान। 737 मैक्स को दो साल प्रतिबंध के बाद अगस्त में भारतीय विमानन नियामक द्वारा परिचालन के लिए स्वीकृति दी गई थी।
हालांकि संयुक्त घोषणा का विवरण जारी नहीं किया गया है, लेकिन सूत्रों ने संकेत दिया है कि एयरलाइन को ये विमान अप्रैल से मिलने शुरू हो सकते हैं। शुरुआती योजनाओं के अनुसार, आकाश एयर लो कोस्ट मॉडल के साथ परिचालन शुरू करेगी और उसने एक साल में 20 विमान शामिल करने की योजना बनाई है। एयरलाइन द्वारा बेंगलूरु और दिल्ली में आधार बनाए जाने की संभावना है। एयरलाइन पट्टादाताओं के साथ बातचीत कर रही है।
एयरलाइन के मुख्य कार्याधिकारी विनय दुबे ने कहा, ‘भारत बेमिसाल संभावनाओं के साथ दुनिया में तेजी से बढ़ रहे विमानन बाजारों में से एक है। हम यहां हवाई यात्रा में मजबूत सुधार देख रहे हैं और अपने प्रवेश से दशकों पहले से ही वृद्घि के अवसर देख रहे हैं। आकाश एयर का मुख्य मकसद भारत के विकास इंजन को ताकत प्रदान करने में मदद करना और सभी भारतीयों के लिए समावेशी परिवेश तैयार कर अनुकूल हवाई यात्रा अनुभव मुहैया कराना है।’
एयरलाइन को पिछले महीने नागर विमानन मंत्रालय से अनापत्ति प्रमाण पत्र मिला था। आकाश एयर दुबे द्वारा प्रवर्तित है, जो शुरू में जेट एयरवेज के मुख्य कार्याधिकारी थे। इंडिगो के पूर्व अध्यक्ष आदित्य घोष भी एयरलाइन के संस्थापकों में शामिल हैं।
बोइंग कमर्शियल एयरप्लेन्स के अध्यक्ष एवं मुख्य कार्याधिकारी स्टैन डील ने कहा, ‘737 मैक्स अपने मजबूत प्रदर्शन और क्षमता के साथ भारतीय बाजार में आकाश एयर को स्थापित करने के लिहाज से उपयुक्त विमान है और इससे उसके नेटवर्क को प्रभावी तरीके से बढ़ाने में मदद मिलेगी।’
