उद्योग संवर्धन एवं आंतरिक व्यापार विभाग (डीपीआईआईटी) ने आज कहा कि ब्लूस्टार, डाइकिन, हैवेल्स, ओरिएंट इलेक्ट्रिक सहित रेफ्रिजरेटर, वाशिंग मशीन आदि की 42 कंपनियों को उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजना के लिए चुना है।
एक आधिकारिक बयान में कहा गया है, ‘योजना के लिए 15 जून, 2021 से 15 सितंबर, 2021 के बीच आवेदन आमंत्रित किए गए थे। कुल 52 कंपनियों ने आवेदन देकर 5,858 करोड़ रुपये के निवेश की प्रतिबद्धता जताई। सभी आवेदनों का मूल्यांकन करने के बाद 4,614 करोड़ रुपये निवेश की प्रतिबद्धता जताने वाले 42 आवेदकों को पीएलआई योजना के लाभार्थी के तौर पर अस्थाई रूप से चुना गया है।’
एयरकंडिशनर और एलईडी लाइट सहित व्हाइट गुड्स के विनिर्माण की पीएमआई योजना के तहत 6,238 करोड़ रुपये की मंजूरी दी गई है। अप्रैल में इस योजना को मंत्रिमंडल की मंजूरी मिली थी। यह योजना वित्त वर्ष 2022 से शुरू होकर 7 साल की अवधि के लिए लागू होगी। आवेदकों को योजना शुरू करने के लिए मार्च, 2022 से मार्च, 2023 तक की अवधि दी गई है। बयान में कहा गया है, ‘चुने गए आवेदकों में 26 एयर कंडीशनर कंपनियां शामिल हैं, जिन्होंने 3,898 करोड़ रुपये निवेश की प्रतिबद्धता जताई है। साथ ही 16 एलईडी कंपनियों ने 716 करोड़ रुपये के निवेश की प्रतिबद्धता जताई है।’
बयान में कहा गया है, ‘एफडीआई का प्रस्ताव करने वाले 6 आवेदकों की सीमा भारत की जमीन से जुड़ी हुई हैं और उन्हें सलाह दी गई है कि वे 14 अप्रैल, 2020 को जारी प्रेस नोट 3 की एफडीआई की शर्तों के मुताबिक मंजूरी के लिए आवेदन दाखिल करें।’
मंजूर किए गए 4,614 करोड़ रुपये निवेश से कुल करीब 81,254 करोड़ रुपये के उत्पादन और करीब 44,000 लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है।
एसी में निवेश से पूरी मूल्य शृंखला के कल पुर्जों के उत्पादन की संभावना है, जिनमें वे कंपोनेंट भी शामिल होंगे, जिनका विनिर्माण भारत में पर्याप्त मात्रा में नहीं होता है।
