गर्मी बढ़ने के साथ ही टमाटर किसानों को थोड़ी राहत मिलने लगी है। टमाटर की कीमत में मजबूती का रुख जारी है।
अब टमाटर 600-650 रुपये प्रति क्विंटल के स्तर पर पहुंच गया है। हालांकि पिछले साल के मुकाबले यह कीमत अब भी कम है। गत वर्ष की समान अवधि के दौरान दिल्ली की मंडी में टमाटर की कीमत 710 रुपये प्रति क्विंटल के स्तर पर थी।
आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, पंजाब, राजस्थान व उत्तर प्रदेश जैसे प्रांतों में टमाटर की कीमत पिछले साल के मुकाबले 30-80 फीसदी तक कम चल रही है। आजादपुर मंडी के टमाटर कारोबारियों के मुताबिक गत मार्च के दौरान जयपुर, बदायूं, बरेली व अन्य स्थानीय मंडियों से टमाटर की जबरदस्त आवक होने के कारण भाव गिरावट के साथ 40 रुपये प्रति कैरेट (1 कैरेट= 25 किलोग्राम) पर चला गया था।
उस दौरान टमाटर किसानों की लागत तक नहीं निकल पा रही थी। क्योंकि मंडी तक टमाटर लाने में उन्हें 25 रुपये प्रति कैरेट का खर्च बैठ रहा था। टमाटर के थोक कारोबारी अनिल मल्होत्रा कहते हैं, ‘अप्रैल माह के दौरान कीमत अगर इसी स्तर पर रहती तो किसान जबरदस्त घाटे के कारण आत्महत्या तक कर सकते थे।
लेकिन गर्मी बढ़ने के साथ आपूर्ति में अब 30-35 फीसदी की कमी आ गयी है और कीमत अब 150-160 रुपये प्रति कैरेट के स्तर पर पहुंच गयी है।’ कारोबारियों के मुताबिक आसपास की मंडियों से टमाटर की आवक धीरे-धीरे कम हो रही है और अब मुख्य रूप से महाराष्ट्र से टमाटर की आवक होगी।
फिलहाल सिर्फ महाराष्ट्र के संगम नहर से टमाटर की आवक शुरू हुई है जिसकी कीमत 280 रुपये प्रति कैरेट चल रही है। जुलाई तक टमाटर की कीमत में गिरावट की कोई संभावना नजर नहीं आ रही है।
फिलहाल आंध्र प्रदेश में 212 रुपये प्रति क्विंटल (पिछले साल के मुकाबले 84 फीसदी कम), कर्नाटक में 285 रुपये प्रति क्विंटल (पिछले साल के मुकाबले 73 फीसदी कम), उत्तर प्रदेश में 440 रुपये प्रति क्विंटल (पिछले साल के मुकाबले 42 फीसदी कम), उत्तराखंड में 325 रुपये प्रति क्विंटल (पिछले साल के मुकाबले 35 फीसदी कम) की दरों से टमाटर की बिक्री हो रही है।
