गर्मी के मौसम की विदाई के साथ ही दिल्ली की मंडियों से अब आम की आवक धीमी पड़ गई है।
आजादपुर मंडी में आम के थोक विक्रेताओं का कहना है कि इस समय मंडी में आम की रोजाना लगभग 15 गाड़ियां आ रही हैं जबकि पिछले महीने मंडी में आम की 30 से 35 गाड़ियां आ रही थी। आम के थोक विक्रेता शंभूनाथ ने बताया – गर्मी का मौसम शुरू होने से पहले आम की पैदावार कम होने की बात की जा रही थी, बावजूद इसके आम की आवक ठीक ही रही है।
लेकिन इस समय आम के मौसम के जाने और मांग में कमी के चलते आवक में पचास फीसदी की कमी आ गई है। आम की गाड़ियां मुख्य तौर पर सहारनपुर, अमरोहा, मेरठ और उत्तर प्रदेश के दूसरे शहरों से आ रही है। इन गाड़ियों में 8 किलोग्राम की 1400 से 1500 पेटियां होती हैं। आम विक्रेता राज फ्रूट कंपनी के अजय सिंह बताते है कि दिल्ली की मंडियों में आम तौर पर लंगड़ा और चौसा ही आते हैं।
दशहरी की आवक बहुत कम है। एपीएमसी (कृषि उत्पाद विपणन निगम )के आंकड़ों के हिसाब से इस समय दिल्ली की मंडियों में लगभग 33 टन आम की रोजाना आवक हो रही है। आम का न्यूनतम मूल्य दशहरी के लिए 850 रुपये प्रति क्विंटल और लंगड़ा के लिए 750 रुपये प्रति क्विंटल है। जबकि अधिकतम मूल्य (दशहरी और लगड़ा, दोनों के लिए) 2000 रुपये प्रति क्विंटल के आस-पास है।
यही नहीं, हिमाचल प्रदेश, एनसीआर और पंजाब की मंडियों में आम की कीमतें पिछले माह की अपेक्षा लगभग 30 फीसदी कम हो गई है। हिमाचल प्रदेश में तो आम की कीमतें पिछले माह की अपेक्षा लगभग 50 फीसदी से ज्यादा गिर गई है। जबकि उत्तर प्रदेश में मांग ज्यादा होने और आपूर्ति कम होने से आम की कीमतें पिछले माह की अपेक्षा लगातर बढ़ रही है।
आम की कीमत
जुलाई 2008 जून 2008
हरियाणा 1410 1441
हिमाचल प्रदेश 717 1563
एनसीआर 1394 2030
पंजाब 1095 1576
उत्तर प्रदेश 951 915
उत्तराखंड 539 600
(कीमतें रुपये प्रति क्विंटल में) स्रोत : एपीएमसी