आधारभूत धातुओं के कारोबार और कीमत का रुख इस हफ्ते मिलाजुला रहने का अनुमान है।
दूसरी मुद्राओं की तुलना में डॉलर में मजबूती आने और अमेरिका व यूरोप से मांग के सीमित रहने से अनुमान लगाया जा रहा है कि इस हफ्ते की शुरुआत में तांबे में नरमी रहेगी। जबकि आगामी सीजन के मंद रहने से संभावना जतायी जा रही है कि भारत और चीन से भी तांबे की होने वाली मांग में कमी आएगी।
रेलीगेयर कमोडिटीज के कमोडिटी प्रमुख जयंत मांगलिक ने बताया कि चीन द्वारा जारी ताजा आंकडों के मुताबिक, शंघाई मेटल एक्सचेंज के भंडार में 12 फीसदी की कमी आयी है। हालांकि चीन ने यह नहीं बताया कि ऐसा देश में तांबे की खपत बढ़ने से हुआ है या निजी कंपनियों द्वारा इसकी खरीद होने की वजह से ऐसा हुआ है। इसलिए यह कहना बडा मुश्किल है कि चीन से होने वाली मांग की वजह से तांबे की कीमत में तेजी आएगी ही।
लंदन मेटल एक्सचेंज में पिछले हफ्ते इसकी कीमतों में 2 फीसदी की गिरावट आयी जबकि उससे पहले के सप्ताह में 0.8 फीसदी की वृद्धि हुई थी। न्यू यॉर्क मर्केंटाइल एक्सचेंज के कॉमैक्स डिवीजन के शुरुआती कारोबार में सितंबर डिलिवरी का वायदा सौदा 0.2 फीसदी की मामूली तेजी के साथ 3.545 डॉलर प्रति पौंड तक पहुंच गया। इस तरह, इस साल तांबे में अब तक 17 फीसदी की मजबूती आ चुकी है हालांकि यूरो की तुलना में डॉलर 5 फीसदी तक लुढ़क चुका है।
तांबे के कारोबार में डॉलर का वर्चस्व माना जाता है। दूसरी मुद्राओं की तुलना में डॉलर के कमजोर होने से दूसरे मुद्राधारकों के लिए तांबे की खरीदारी करना कम खर्चीला पड़ता है। पिछले हफ्ते तो शंघाई फ्चूचर्स एक्सचेंज नियंत्रित भंडार में 12 फीसदी की कमी आयी और यह 33,992 टन तक जा पहुंचा है। कार्वी कॉमट्रेड ब्रोकिंग के अशोक मित्तल ने अनुमान जताया है कि इस हफ्ते की आखिर में तांबे के भाव में कमी आएगी।
उनके मुताबिक, अगले कुछ दिनों तक तांबे का समर्थन मूल्य 7750 से 7770 डॉलर के बीच जबकि रेजीस्टेंस लेवल 8200 डॉलर तक रहने की उम्मीद है। उनके मुताबिक, कीमतों में हो रही गिरावट के जारी रहने से तांबे के कारोबारियों को इससे हो रही निराशा आगे भी जारी रहेगा। हालांकि निकल में 3 से 5 फीसदी की मजबूती आने के अनुमान से कारोबारियों को पूरी उम्मीद है कि वह तांबे के कारोबार से हुए नुकसान की भरपायी करेगा।
फिलहाल निकल 24,100 डॉलर प्रति टन के भाव पर कारोबार कर रहा है और जल्द ही इसके 25,000 डॉलर को पार करने की उम्मीद की जा रही है। यदि ऐसा नहीं हो पाया तो भी यह 24,300 डॉलर प्रति टन तक तो पहुंच ही जाएगा। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में निकल का भाव 1,060 से 1,100 रुपये प्रति किलो के बीच चल रहा है।
अच्छी-खासी मांग रहने से इसकी कीमत के और भी चढ़ने की बात कही जा रही है। अपेक्षा से कम मांग रहने और लंदन मेटल एक्सचेंज में गिरावट आने से एमसीएक्स में सीसा का भाव घटकर 73 से 74 रुपये प्रति किलोग्राम के बीच चले जाने की उम्मीद है।