अधिक पैदावार, त्योहारी सीजन और सहालग खत्म होते ही उत्तर प्रदेश के बाजारों में सब्जियों के दाम औंधे मुंह गिर गए हैं। बाजार में मांग घटने का सीधा नुकसान किसानों को हो रहा है जिन्हें अपना माल औने पौने बेचना पड़ा रहा है। उत्तर प्रदेश की थोक सब्जी मंडियों में प्याज को छोड़ कर बाकी सभी सब्जियों के दाम जमीन पर आ चुके हैं। यहां तक की आलू की तीन महीनों तक चली तेजी भी धराशाई हो गई है। ज्यादातर बाहरी आवक पर निर्भर प्याज के दाम जरूर अभी तेज ही चल रहे हैं पर बाकी सब्जियों की मांग नहीं है। किसान आंदोलन के चलते यूपी के पूर्वी और मध्य भागों से सब्जियां दिल्ली व आस पास के इलाकों, पंजाब व हरियाणा नहीं जा पा रही हैं। आने वाले दिनों में किसान आंदोलन के तेज होने के अंदेशों के चलते आढ़ती बाहर के माल की बुकिंग भी नहीं कर रहे हैं। सर्दियों की खास सब्जी गोभी का हाल सबसे बुरा है जिसकी खरीद कौडिय़ों के भाव हो रही है। थोक मंडी में फूल और पत्ता गोभी एक रुपये से पांच रुपये प्रति पीस बिक रही है। वहीं खुदरा बाजार में इसके दाम पांच से दस रुपये के बीच चल रहे हैं।
