अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतों में गिरावट के कारण घरेलू बाजार में भी सोने-चांदी की चमक फीकी पड़ गई। सोने में लगातार गिरावट की वजह से घरेलू बाजार में सोना आठ महीने के निचले स्तर पर पहुंच गया। पिछले साल अगस्त में 56,200 रुपये के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा सोना उस स्तर से अभी तक सोना 10 हजार रुपये फिसल चुका है। सोना सस्ता होने से ज्वैलरी बाजार में रौनक बढऩे की उम्मीद जगी है।
सोने की कीमतों में गिरावट का सिलसिला बना हुआ है। मुंबई हाजिर बाजार में सोने की कीमतें गिरकर 46,101 रुपये प्रति दस ग्राम पहुंच गई। अगस्त में सोने की कीमत रिकॉर्ड 56,200 रुपये प्रति 10 ग्राम थी। लेकिन अगले कुछ महीनों में सोने के दामों में लगातार गिरावट दर्ज की गई। हाजिर बाजार की तरह वायदा बाजार में कमजोर मांग और बिकवाली के चलते सोने में गिरावट देखी गई। एमसीएक्स पर सोने का भाव 46,000 रुपये के स्तर पर पहुंच गया। कॉमेक्स गोल्ड 3 महीने के निचले स्तर पर आ गया।
कमजोर हाजिर मांग के कारण कारोबारियों ने अपने सौदों की कटान की, जिससे वायदा कारोबार में शुक्रवार को सोना गिरावट के साथ 46,000 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गया। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में अप्रैल अनुबंध वाले सोना वायदा की कीमत गिरकर 46,000 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गई।
सोने की तरह चांदी में भी गिरावट देखने को मिली। एमसीएक्स में चांदी के मार्च अनुबंध की कीमत 586 रुपये की गिरावट के साथ 67,908 रुपये प्रति किलो रह गई।
मुंबई ज्वैलर्स एसोसिएशन के उपाध्यक्ष कुमार जैन ने कहा, वैश्विक बाजार में सोना तीन महीने निचले स्तर पर है। दरअसल अमेरिका में ट्रेजरी प्रतिफल बढऩे से सोने पर दबाव बना हुआ है। वहीं डॉलर में मजबूती से भी इसके भाव में गिरावट देखने को मिल रही है।
