टमाटर पर भी महंगाई का रंग चढऩे लगा है। टमाटर की फसल को गर्म मौसम की वजह से नुकसान हुआ है, जिससे इसके भाव बढऩे लगे हैं। दक्षिण भारत के राज्यों में टमाटर के खुदरा दाम 90 रुपये किलो तक पहुंच चुके हैं। उत्तर भारत के राज्यों में भाव 30 से 50 रुपये किलो चल रहे हैं। कारोबारियों के मुताबिक उत्तर भारत के राज्यों में भी भाव अगले महीने तक 70 से 80 रुपये किलो हो सकते हैं।
उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक इन दिनों देश भर के खुदरा बाजारों में टमाटर 40 से 84 रुपये प्रति किलोग्राम बिक रहा है, जबकि दो हफ्ते पहले दाम 30 से 60 रुपये किलो थे। सबसे महंगा टमाटर दक्षिण व पूर्वी भारत के शहरों में बिक रहा है। कर्नाटक के शिवमोगा में टमाटर 84 रुपये किलो बिक रहा है। आंध्र प्रदेश के कुरनूल में 79 रुपये और ओडिशा के कटक में 75 रुपये किलो बिक रहा है। दिल्ली में टमाटर के खुदरा भाव 33 रुपये, भोपाल में 29 रुपये, लखनऊ में 24 रुपये हैं मगर मुंबई में यह 64 रुपये किलो बिक रहा है। दो सप्ताह पहले दिल्ली में भाव 30 रुपये, भोपाल में 21 रुपये और मुंबई में 36 रुपये किलो थे।
कृषि मंत्रालय के पहले अग्रिम अनुमान के मुताबिक वर्ष 2021-22 में 203 लाख टन टमाटर पैदा हो सकता है, जो वर्ष 2020-21 के उत्पादन 211 लाख टन से कम है। ये अनुमान भीषण गर्मी पडऩे से पहले का है। जानकारों के मुताबिक गर्मी पडऩे के बाद अब टमाटर की पैदावार 200 लाख टन से कम होने की संभावना है। दिल्ली की आजादपुर मंडी में टमाटर कारोबारी संघ के अध्यक्ष अनिल मल्होत्रा ने बताया कि राजस्थान व गुजरात से आने वाला टमाटर खत्म होने के कगार पर है। उत्तर प्रदेश व हरियाणा का शुरू होने वाला है। इस बार गर्मी ज्यादा पडऩे से हर जगह टमाटर की फसल कमजोर है। दक्षिण भारत में फसल काफी कमजोर है। इसलिए वहां से टमाटर आ नहीं रहा बल्कि उत्तर भारत से टमाटर वहां जा रहा है। मंडी में इन दिनों 20 से 25 गाड़ी टमाटर की आवक हो रही है, जबकि मांग पूरी करने के लिए कम से कम 40 गाड़ी आवक होनी चाहिए। मांग की तुलना में आवक कम होने से टमाटर के दाम बढ़ रहे हैं।
टमाटर कारोबारी अशोक कौशिक कहते हैं कि हिमाचल में टमाटर की नई फसल तो कमजोर है ही, इसकी आवक में भी 15-20 दिन की देरी है। इसलिए आगे टमाटर की कीमतों में और तेजी आ सकती है। इस समय मंडी में टमाटर 500 से 900 रुपये प्रति क्रेट (1 क्रेट में 25 किलो) बिक रहा है। दो सप्ताह में कीमतों में 200 रुपये प्रति क्रेट की तेजी आ चुकी है। भारतीय सब्जी उत्पादक संघ के अध्यक्ष श्रीराम गाढ़वे ने कहा कि बीते वर्षों में घाटा होने के कारण इस बार किसानों ने टमाटर लगाया भी कम था और भीषण गर्मी के कारण इसकी फसल को काफी नुकसान हो रहा है। जिससे टमाटर की पैदावार घटने का अनुमान है। इस वजह से देश में टमाटर के दाम बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगले महीने तक खुदरा बाजार में टमाटर 70 से 80 रुपये किलो बिक सकता है।
