तंबाकू समिति ने आगामी वित्त वर्ष
तंबाकू समिति के एक सदस्य के मुताबिक विश्व स्तर पर खासकर यूरोप के देशों में इस किस्म के तंबाकू की बढ़ती मांग को देखते हुए इसके उत्पादन लक्ष्य को बढ़ाया गया है। उन्होंने बताया कि तंबाकू के मूल्य में बढ़ोतरी होने के बाद भारतीय तंबाकू एसोसिएशन व अन्य तंबाकू व्यापारी इस लक्ष्य को
12 करोड़ किलोग्राम करने की सिफारिश कर रहे थे। लेकिन समिति ने इसका लक्ष्य 10 करोड़ किलोग्राम ही तय किया। कर्नाटक की तंबाकू फसल का लक्ष्य तय करते समय समिति ने इस साल गत दो महीनों के दौरान बाजार में नीलाम हुए तंबाकू की मात्रा को भी ध्यान में रखा।इस दौरान बिक्री के लिए
87 मिलियन किलोग्राम तंबाकू की नीलामी की गई जो गत साल की समान अवधि के दौरान होने वाली नीलामी से थोड़ी ही अधिक है। कर्नाटक वर्जिनिया का उत्पादन मुख्य रूप से मैसूर के दक्षिण व मालंद ताल्लुक में होता है। साथ ही इसका उत्पादन हसन व शिमोगा जिले में भी होता है। जानकारी के मुताबिक समिति में पंजीकृत उत्पादकों की संख्या 40,000 से भी अधिक है। समिति के पदाधिकारियों के मुताबिक राज्य में बारिश में कमी के कारण उत्पादन में कमी दर्ज की गई।कुछ अफ्रीकी देशों में राजनैतिक अस्थिरता के कारण वहां के तंबाकू उत्पादन में गिरावट आई है। इस कारण से कर्नाटक के तंबाकू की मांग में मजबूती आई है। इसके अलावा अन्य देशों से भी इस तंबाकू की मांग हो रही है। चालू वित्त वर्ष के फसली मौसम के दौरान
876.1 लाख किलोग्राम तंबाकू का विपणन किया गया।