ग्वार बीज के वायदा बाजार कारोबार में कमी का रुख रहा। इसकी मुख्य वजह यूरोपीय संघ द्वारा जारी रिपोर्ट को माना जा रहा है।
इस रिपोर्ट में भारत से विदेशों को भेजे गए ग्वार बीज में कीटनाशकों के पाए जाने की बात कही गई है।कीमतों में गिरावट के बावजूद कमोडिटी विशेषज्ञों को उम्मीद है कि आने वाले कुछ दिनों में कीमतें बढ़ेंगी। ग्वार बीज की कीमतें इस सप्ताह घटकर 2000 रुपये प्रति क्विंटल से भी कम देखी गई। फिलहाल ग्वार बीज का हाजिर और वायदा मूल्य लगभग समान स्तर पर है। आने वाले कुछ दिनों में सप्लाई कम होने से कीमतों के निर्धारण में स्टॉकिस्ट की भू्मिका बढ़ेगी।
बीकानेर के कारोबारी संजय पेरीवाल का मानना है कि अप्रैल तक ग्वार बीज की कीमतों में मजबूती आएगी। चालू सत्र में देश भर में ग्वार बीज क ी कुल पैदाबार 85 लाख बैग रही। हालांकि कुल पैदावार 120 लाख बैग का अनुमान लगाया गया था। उल्लेखनीय है कि एक बैग में अमूमन 100 किलोग्राम ग्वार बीज आता है। ऐंजल कमोडिटी के विशेषज्ञों के मुताबिक ज्यादा विदेशी मांग के चलते कीमतों में मजबूती का रुख रहेगा।
साथ ही जल्द ही इसकी कीमतें 2200 रुपये प्रति क्विंटल हो जाएगी। अक्टूबर के बाद कुल 2.4 लाख टन के निर्यात लक्ष्य में से 1.4 लाख टन ग्वार बीज विदेशों को भेजा जा चुका है। राजस्थान देश का सबसे बड़ा ग्वार बीज उत्पादक राज्य है। पिछले कुछ सप्ताह से नए सीजन के चलते ग्वार बीज की आवक में स्थानीय मंडियों में कमी आ रही है। विदेशों में भारतीय ग्वार बीज की अच्छी मांग केचलते यूरोपीय संघ केरिपोर्ट का कम असर पड़ने की संभावना है।
वैसे कच्चे तेल की कीमतों में जारी उछाल ग्वार बीज की मजबूती का कारण बन सकता है। कच्चे तेल कुंए केरखरखाव आदि में काम आने वाला ग्वार गम ग्वार बीज से ही तैयार होता है। बाजार सूत्रों केमुताबिक ग्वार बीज के लिए इस माह 1920 रुपये प्रति क्विंटल का समर्थन मूल्य रखा गया है। आने वाले मई और जून महीने में ग्वार बीज का वायदा मूल्य 2300 से 2400 रुपये प्रति क्विंटल जा सकता है।