पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय ने ओपन एकरेज लाइसेंसिंग प्रोग्राम (ओएलएपी) के तहत सातवें दौर की बोली पेश की है। एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि बोली के तहत मौजूदा दौर में 8 ब्लॉकों की पेशकश की गई है। इनमें 5 ऑनलैंड ब्लॉक (4 श्रेणी-1 बेसिन और 1 श्रेणी-3 बेसिन में), 2 छिछले जल ब्लॉक (दोनों श्रेणी-1 बेसिन) और एक अत्यंत गहरे जल का ब्लॉक (श्रेणी-1 बेसिन) शामिल हैं।
बयान में कहा गया है, ‘यह उम्मीद की गई है कि ओएनएपी के सातवें दौर में 30-40 करोड़ डॉलर के करीब अन्वेषण कार्य प्रतिबद्धता का सृजन तत्काल होगा।’
इन ब्लॉकों का आवंटन मार्च 2022 के अंत तक पूरा होने की संभावना है। छठे दौर के ब्लॉकों का सफल आवंटन होने से 15,766 वर्ग किलोमीटर अन्वेषण क्षेत्रफल और जुड़ेगा और ओएलएपी के तहत कुल क्षेत्रफल बढ़कर 2,07,692 वर्ग किलोमीटर हो जाएगा।
2016 से 5 दौर के ओएएलपी में 105 अन्वेषण एवं उत्पादन (ईऐंडपी) ब्लॉकों की बोली संपन्न हुई है। ओएलएपी के तहत छठे दौर की बोली का काम प्रगति पर है। कुल मिलाकर 1,91,926 वर्ग किलोमीटर के करीब के 126 ब्लॉक 18 अवसादी बेसिन में हैं।
